दरअसल, सरकार की सख्ती का बड़ा कारण देशभर में एक के बाद एक पेपर लीक से जुड़े मामले सामने आ चुके हैं। अभी हाल ही में नीट परीक्षा में गड़बड़ी और यूजीसी नेट 2024 परीक्षा स्थगित होने पर मध्य प्रदेश समेत देशभर में बवाल मचा हुआ है। इसे लेकर छात्रों में खासा नाराजगी देखी जा रही है। परीक्षाओं की पारदर्शिता के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। डॉ मोहन यादव की सरकार एक्ट तैयार कर रही है, जिसमें पेपर लीक करने वाले दोषियों पर 1 करोड़ का जुर्माना और 10 साल की सजा का प्रावधान रहेगा। एक्ट बनाने का काम स्कूल शिक्षा विभाग को सौंपा गया है। इस कानून को मध्य प्रदेश नें अध्यादेश के जरिए लागू किया जाएगा।
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