मध्य प्रदेश की मोहन सरकार अपने कार्यकाल के पांच सालों में 8.28 लाख करोड़ का निवेश लाने की तैयारी कर रही है। ये निवेश प्रदेश के अंतर्गत आने वाले 6 सेक्टरों में विशेष रूप से किया जाएगा। इस निवेश के साथ 29.10 लाख लोगों को सीधे रोजगार और 42.53 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार से जोड़ने का दावा सरकार द्वारा किया जा रहा है। उद्योग विभाग ने इसका प्लान सरकार को सौंप दिया है। जानकारी के अनुसार, इस साल होने वाली पहली इन्वेस्टर्स समिट इसी रोडमैप के तहत आगे बढ़ने वाली है।
इसी के साथ-साथ औद्योगिक निवेश प्रोत्साहन योजना में भी बदलाव किया जाएगा। पीथमपुर, मंडीदीप, देवास, मोहासा-बाबई और जबलपुर के औद्योगिक क्षेत्रों के अलावा दूसरे जिलों में निवेश करने वालों को सरकार 10 से 20 फीसदी तक की वित्तीय मदद दे सकती है। कैबिनेट कमेटी फॉर इन्वेस्टमेंट प्रमोशन इस संबंध में जल्द ही फैसला ले सकती है।
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उद्योग विभाग ने बताई संभावनाएं
– भोपाल इंदौर ग्वालियर में फिल्म सिटी का प्लान।
– खजुराहो बांधवगढ़ चंदेरी, मांडू, महेश्वर, सांची, ओरछा में हैरिटेज संभावना है।
– भोपाल इंदौर में परफॉर्मिंग आर्ट सेंटर व एडवेंचर पार्क संभव है।
– स्पोर्ट्स विलेज व खंडवा में आदि शंकराचार्य के पास स्प्रीचुअल सिटी बन सकती है।
– जबलपुर, ग्वालियर में रक्षा क्षेत्र में निवेश हो सकता है।
– ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट एंड मेगा इन्वेस्टमेंट रीजन में संभावना है।
– भोपाल, ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, रतलाम और रीवा में आईटी पार्क और साइबर सिटी की संभावना।