ये भी पढें – अमीर बनने और महंगे शौक ने बना दिया चोर, पांच बदमाश गिरफ्तार बोट की जांच और टेस्टिंग के लिए उत्तर प्रदेश फायर सर्विस से टीम भी आई है। साथ ही एसडीआरएफ को भी टेस्टिंग की प्रक्रिया में सहयोग के लिए तैनात किया गया है। बोट बनाने वाली कंपनी निजी कंपनी के संचालक प्रियांश शाह ने बताया कि महाकुंभ(Maha Kumbh) में ज्यादा भीड़भाड़ को देखते हुए बोट का निर्माण किया गया है। भीड़ के चलते कई इलाकों में आपात स्थितियों में फायर ब्रिगेड की गाड़ियां नहीं पहुंच पाती। इस स्थिति से निपटने के लिए फायर फाइटिंग बोटों को अलग-अलग घाटों में तैनात किया जाएगा। किसी भी आपात काल की स्थिति में यह बोट तुरंत सहायता प्रदान करने पहुंचेगी और आग पर काबू पाकर फंसे लोगों का रेस्क्यू करेगी।
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