राजधानी के बैरसिया इलाके में किसानों से ज्यादा कीमत लेकर खाद बेचनेवाले एक विक्रेता पर केस दर्ज किया गया। इससे पहले उसका गोदाम भी सील किया जा चुका था। नरसिंहगढ़ रोड स्थित गौर कृषि सेवा केंद्र के संचालक कमल सिंह गौर के विरुद्ध बैरसिया थाने में एफआइआर FIR दर्ज की गई है। उसके खिलाफ उर्वरक नियंत्रक आदेश 1985 के तहत धारा 3, 4, 5 और आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया।
यह भी पढ़ें: एमपी में बनेगा एक और बड़ा एयरपोर्ट, नए हवाई अड्डे के लिए एएआई ने शुरु किया सर्वे आरोपी खाद विक्रेता की शुक्रवार शाम को एसडीएम आशुतोष शर्मा से शिकायत की गई थी। शिकायतकर्ता किसान निखलेश मेहर ने बताया कि डीएपी खाद की बोरी 1850 रुपए में बेची जबकि इसकी निर्धारित कीम 1350 रुपए बोरी है। इस प्रकार पूरे 500 रुपए ज्यादा लिए। यूरिया की भी 267 रुपए की बोरी 340 रुपए में बेची।
शिकायत मिलते ही एसडीएम आशुतोष शर्मा और तहसीलदार करुण दंडोतिया रात को ही मौके पर पहुंच गए। जांच के बाद शिकायत सही पाई गई तो तुरंत गोदाम सील कर दिया गया। अब दुकानदार के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर ली गई है।
खाद वितरण में अनियमितता से गुस्साए किसान
प्रदेशभर में खाद की कमी के साथ ही अनियमितता से किसानों में गुस्सा है। भिंड में अफसरों ने धांधली करते हुए यूपी और दिल्ली के किसानों के नाम की पर्चियां काट दी हैं जबकि स्थानीय किसान कई दिनों से खाद का इंतजार कर रहे हैं।
जामना रोड के खाद गोदाम में रात 10 बजे तक पर्चियां काटी गईं। उत्तरप्रदेश और दिल्ली के किसानों के नाम पर्चियां मिली हैं। हालांकि जिला सहकारी विपणन के प्रबंधक अमित गुप्ता ने धांधली से इनकार कर दिया।
प्रदेशभर में खाद की कमी के साथ ही अनियमितता से किसानों में गुस्सा है। भिंड में अफसरों ने धांधली करते हुए यूपी और दिल्ली के किसानों के नाम की पर्चियां काट दी हैं जबकि स्थानीय किसान कई दिनों से खाद का इंतजार कर रहे हैं।
जामना रोड के खाद गोदाम में रात 10 बजे तक पर्चियां काटी गईं। उत्तरप्रदेश और दिल्ली के किसानों के नाम पर्चियां मिली हैं। हालांकि जिला सहकारी विपणन के प्रबंधक अमित गुप्ता ने धांधली से इनकार कर दिया।