राजगढ़ लोकसभा से पूर्व सीएम दिग्विजय चुनाव (Digvijaya Singh) मैदान में है, तो वहीं दूसरी तरफ रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पूर्व केंद्रीय मंत्री कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) चुनावी रण में हैं। राजगढ़ में दिग्विजय सिंह का मुकाबला बीजेपी के रोडमल नागर से है। वहीं रतलाम-झाबुआ सीट पर कांतिलाल भूरिया के सामने अनीता नागर चौहान हैं।
पुत्रों ने पिता के लिए लगाया एड़ी से चोटी तक का जोर
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के विधायक पुत्र जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) पिता के जिताने के लिए एड़ी से चोटी तक का जोर लगाया था। ऐसे ही झाबुआ विधायक विक्रांत भूरिया (Vikrant Bhuria) ने भी पिता कांतिलाल भूरिया (Kantilal Bhuria) के लिए खूब पसीना बहाया है। अब 4 जून को रिजल्ट घोषित होने के बाद ही तय होगा इन दोनों का भविष्य।
दोनों विधायक पुत्रों का पॉलिटिक्स में होगा फ्यूचर ब्राइट ?
राघोगढ़ से जयवर्धन सिंह (Jaivardhan Singh) तीन बार के विधायक हैं। जयवर्धन सिंह कमलनाथ की सरकार में नगरीय प्रशासन मंत्री भी रह चुके हैं। वहीं विक्रांत भूरिया यूथ कांग्रेस सहित संगठन के भूमिका निभा चुके हैं और अब झाबुआ से विधायक भी हैं। ऐसे में दोनों पुत्रों को ही आगे राजनीतिक विरासत संभालनी है। क्योंकि दिग्विजय सिंह और कांतिलाल भूरिया ऐलान कर चुकें हैं कि यह उनका आखिरी चुनाव है। ऐसे में अब चार जून को लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद इन दोनों को संगठन कोई नई जिम्मेदारी देगा या नहीं ये तो वक्त ही बताएगा।