दरअसल, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और उमंग सिंघार विवाद का मामला अनुशासन कमेटी को सौंपने के बाद सोनिया गांधी ने नई गाइड लाइन जारी की है। इसमें कहा गया है कि बिना पुख्ता सबूत के किसी नेता पर आरोप लगाए गए तो उसे पद से हटा दिया जाएगा। भले ही अनुशासनहीनता करने वाला नेता किसी भी कद या पद का हो। इस संबंध में सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री कमल नाथ औऱ प्रभारी दीपक बाबरिया से भी बात की है। दीपक बाबरिया ने कहा- पार्टी हाइ कमान अनुशासन के मामले में सख्त है। अब अनुशासनहीनता करने वालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
मंत्रिमंडल का विस्तार भी संभव
प्रदेष में प्रस्तावित मंत्रिमंडल के विस्तार में भी सोनिया गांधी की सख्ती का असर दिख सकता है। फिलहाल मुख्यमंत्री इन सारे विवादों को ठंडा होन के बाद ही मंत्रिमंडल के विस्तार के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके यह संदेश जरूर जाएगा कि अनुशासनहीनता के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में विभागों के साथ चेहरों में भी बदलाव हो सकता है।
प्रदेष में प्रस्तावित मंत्रिमंडल के विस्तार में भी सोनिया गांधी की सख्ती का असर दिख सकता है। फिलहाल मुख्यमंत्री इन सारे विवादों को ठंडा होन के बाद ही मंत्रिमंडल के विस्तार के पक्ष में दिखाई दे रहे हैं, लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि इसके यह संदेश जरूर जाएगा कि अनुशासनहीनता के क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं। कहा जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार में विभागों के साथ चेहरों में भी बदलाव हो सकता है।
दिल्ली में फिर बैठक
सोनिया गांधी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को बड़े रूप में मनाने के लिए 12 सितंबर को सभी राज्य प्रमुखों को बैठक के लिए बुलाया है। कहा जा रहा है कि इस दिन सोनिया गांधी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी बैठक कर सकती हैं और उसी दिन पीसीसी चीफ के नाम की भी घोषणा हो सकती है।
सोनिया गांधी ने महात्मा गांधी की 150वीं जयंती को बड़े रूप में मनाने के लिए 12 सितंबर को सभी राज्य प्रमुखों को बैठक के लिए बुलाया है। कहा जा रहा है कि इस दिन सोनिया गांधी, कमलनाथ, दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी बैठक कर सकती हैं और उसी दिन पीसीसी चीफ के नाम की भी घोषणा हो सकती है।