किस कारण धरना देंगे गोयल?
विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा- यह धरना घोषणा पत्र में किए गए वादों की याद दिलाने के लिए है। यह वादा किया गया था कि भूमिहीन गरीबों को जमीन मिलेगी लेकिन मेरे निर्वाचन क्षेत्र में गरीबों को भूमि नहीं मिली है। जमीन देने के बजाय प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। गोयल ने सीएम कमल नाथ को लेटर भी लिखा है। गोयल ने कहा कि मैं सीए मको कई बार लेटर लिख चुका हूं लेकिन उसका कोई जवाब नहीं दिया गया।
विधायक मुन्नालाल गोयल ने कहा- यह धरना घोषणा पत्र में किए गए वादों की याद दिलाने के लिए है। यह वादा किया गया था कि भूमिहीन गरीबों को जमीन मिलेगी लेकिन मेरे निर्वाचन क्षेत्र में गरीबों को भूमि नहीं मिली है। जमीन देने के बजाय प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। गोयल ने सीएम कमल नाथ को लेटर भी लिखा है। गोयल ने कहा कि मैं सीए मको कई बार लेटर लिख चुका हूं लेकिन उसका कोई जवाब नहीं दिया गया।
विधायकों की नहीं सुनी जा रही समस्या
विधायक मुन्नालाल गोयल ने सीएम को लिखे अपने लेटर में कहा- मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके काम का बोझ समझ सकता हूं। लेकिन जिस जनता ने मुझे विधायक चुना है उसके हितों की रक्षा करना मेरा फर्ज है। मुन्नालाल गोयल ने कहा कि आपको अपने ही पार्टी के विधायकों की समस्या सुनने की फुरसत नहीं है।
विधायक मुन्नालाल गोयल ने सीएम को लिखे अपने लेटर में कहा- मैं मुख्यमंत्री के रूप में आपके काम का बोझ समझ सकता हूं। लेकिन जिस जनता ने मुझे विधायक चुना है उसके हितों की रक्षा करना मेरा फर्ज है। मुन्नालाल गोयल ने कहा कि आपको अपने ही पार्टी के विधायकों की समस्या सुनने की फुरसत नहीं है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया शुक्रवार को मध्यप्रदेश दौरे में थे। इस दौरान उन्होंने पार्टी के सभी विधायकों और नेताओं से मुलाकात की थी। सिंधिया के दौरे के बाद मध्यप्रदेश की सियासत गर्म है। ऐसे में ग्वालियर पूर्व से विधायक मुन्नालाल गोयल का अपनी ही सरकार के खिलाफ धरना देने को लेकर तरह-तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने दौरे में कांग्रेस के सभी नेताओं से मुलाकात की थी। हालांकि इस दौरान सीएम कमलनाथ और सिंधिया की मुलाकात नहीं हुई। पहले अटकलें लगाई जा रही थीं कि मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की डिनर पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ शामिल होंगे लेकिन सीएम यहां नहीं पहुंचे थे। वहीं, कमलनाथ खेमे के कई मंत्री ने भी इससे दूरी बनाई थी।