दरअसल, मध्यप्रदेश में कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया ने भी प्रदेश में हार की जिम्मेवारी ली है। लोकसभा चुनाव में उनके नेतृत्व में कांग्रेस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थी। लेकिन चुनाव में मिली करारी हार के बाद सारे नेता खामोश थे। जैसे ही राहुल गांधी ने कहा कि मैंने नैतिक जिम्मेवारी ली लेकिन दूसरे किसी नेता ने इसकी जिम्मेवारी नहीं ली। उसके बाद से ही इस्तीफों का दौर शुरू हो गया है।
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क्या कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की। लेकिन राहुल के इस कदम का कांग्रेस के किसी नेता ने अनुसरण नहीं किया। अब उन्हें इस बात पर हैरानी है कि कांग्रेस के नेता कहने के लिए उनके एक आदेश या इशारे पर कुछ भी करने की बात करते हैं। लेकिन जब उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की तो किसी मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष या फिर महासचिव ने हार की जिम्मेवारी नहीं ली।
क्या कहा था राहुल गांधी ने
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में अध्यक्ष पद छोड़ने की पेशकश की। लेकिन राहुल के इस कदम का कांग्रेस के किसी नेता ने अनुसरण नहीं किया। अब उन्हें इस बात पर हैरानी है कि कांग्रेस के नेता कहने के लिए उनके एक आदेश या इशारे पर कुछ भी करने की बात करते हैं। लेकिन जब उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की तो किसी मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष या फिर महासचिव ने हार की जिम्मेवारी नहीं ली।
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राहुल गांधी के मलाल के बाद मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी सही बात कही है। मैं नहीं जानता कि हार के लिए कौन जिम्मेदार है, लेकिन मैंने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। सीएम ने गुरुवार को भोपाल में मीडिया से कहा कि हमारी सरकार को पांच माह का वक्त मिला। हमने काम किया, लेकिन जनता तक संदेश नहीं पहुंचा पाए। मैं मध्यप्रदेश में हार के लिए जिम्मेदार हूं।
राहुल गांधी के मलाल के बाद मध्यप्रदेश के सीएम कमलनाथ ने कहा कि राहुल गांधी सही बात कही है। मैं नहीं जानता कि हार के लिए कौन जिम्मेदार है, लेकिन मैंने पद से इस्तीफे की पेशकश की थी। सीएम ने गुरुवार को भोपाल में मीडिया से कहा कि हमारी सरकार को पांच माह का वक्त मिला। हमने काम किया, लेकिन जनता तक संदेश नहीं पहुंचा पाए। मैं मध्यप्रदेश में हार के लिए जिम्मेदार हूं।
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राहुल गांधी के बयान के बाद कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कांग्रेस के विधि और सूचना अधिकार विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि हम सबको अपने पद से इस्तीफा देकर राहुल गांधी को पार्टी में बदलाव के लिए फ्री हैंड देना चाहिए। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि राहुल जी आप पार्टी में आमूलचूल बदलाव कीजिए।
राहुल गांधी के बयान के बाद कांग्रेस नेता और राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने कांग्रेस के विधि और सूचना अधिकार विभाग के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि हम सबको अपने पद से इस्तीफा देकर राहुल गांधी को पार्टी में बदलाव के लिए फ्री हैंड देना चाहिए। दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा है कि राहुल जी आप पार्टी में आमूलचूल बदलाव कीजिए।