सीएम के पुत्र होने के बाद भी डॉ. वैभव यादव का वैवाहिक आयोजन पूरी तरह पारिवारिक था। भाजपा के कुछ बड़े नेताओं और उज्जैन के पारिवारिक संबंध वाले लोगों को ही शादी में आमंत्रित किया गया था।
उज्जैन में गणेश पूजन और माता पूजन के बाद पुष्कर में 23 तारीख को हल्दी का कार्यक्रम हुआ। 24 फरवरी को सात फेरे लिए और शाम को शादी का रिसेप्शन हुआ। हल्दी के कार्यक्रम में सीएम के पुत्र वैभव यादव MP CM Mohan Yadav son Vaibhav Yadav अपनी दुल्हन को बाइक पर लेकर पहुंचे थे। मुख्य विवाह समारोह पुष्करा रिजॉर्ट में हुआ। वैभव ने स्वीमिंग पूल में शालिनी को वरमाला पहनाई। कमल की आकृति की नाव में खड़े होकर यह रस्म अदा की गई।
ब्रह्माजी के दर्शन कर आरती उतारी-इससे पहले सीएम ने शनिवार को दोपहर में सपत्नीक व रिश्तेदारों के साथ ब्रह्माजी के दर्शन कर आरती उतारी। पुजारी वैभव वशिष्ठ ने स्मृति चिह्न प्रदान किया। सीएम ने ब्रह्म घाट पर मंत्रोच्चार के साथ सरोवर का पूजन किया। उन्होंने मंदिर व सरोवर के घाट पर संतों एवं पुरोहितों को देखते ही स्वयं जाकर पैर छुए तथा आशीर्वाद लिया।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपने बेटे का विवाह पुष्कर में आयोजित करने के पीछे मंशा बताई कि वे ब्रह्माजी का आशीर्वाद लेने के साथ ही तीर्थनगरी में आयोजन करना चाहते थे। यहां निजता में खलल नहीं है, सरकारी इंतजामों से भी दूर हैं।
ब्रह्मा मंदिर में दर्शन एवं पुष्कर सरोवर की पूजा के बाद मीडिया से सीएम ने कहा कि वे तो स्वयं बाबा महाकाल की नगरी से हैं, लेकिन वहां विवाह करने से लोगों की आत्मीयता व स्थानीय संबंध-संपर्कों के कारण निजता में खलल होता। शुद्ध रूप से पारिवारिक समारोह के रूप में बेटे वैभव का विवाह किया है।
वैभव यादव ने अपनी जीवनसंगिनी के रूप में एमपी के हरदा Harda की शालिनी यादव को पसंद किया। परिजन बताते हैं कि वैभव यादव, शालिनी की खूबसूरती पर फिदा हो गए थे। इधर सीएम यादव अपनी पुत्रवधू daughter in law of MP CM Mohan Yadav और उनके परिवार की सादगी की प्रशंसा करते हैं।
हरदा की है पुत्रवधू- डॉ.वैभव यादव बीजेपी से जुड़े हैं। वे बीजेपी विधि प्रकोष्ठ के जिला सह संयोजक पद पर हैं। इससे पहले वे एबीवीपी में भी खासे सक्रिय थे। इधर सीएम यादव की पुत्रवधू शालिनी यादव एमपी के हरदा के पास के रोलगांव की हैं। उनके पिता सतीश यादव किसानी करते हैं।