इस बार बीजेपी के पक्ष में जबर्दस्त वोटिंग हुई है। चुनाव आयोग से मिली ताजा जानकारी के मुताबिक बीजेपी को जहां इस बार 48.78 प्रतिशत वोट मिले हैं वहीं कांग्रेस को 40.37 वोट प्राप्त हुए हैं। इस तरह बीजेपी को कांग्रेस की तुलना में 8 प्रतिशत से ज्यादा मत प्राप्त हुए। वोट प्रतिशत के इस भारी भरकम अंतर से बीजेपी की जबर्दस्त लहर चली जिसके आगे कांग्रेसी दिग्गज भी खेत रहे।
खास बात यह है कि 2018 के विधानसभा चुनावों में भी बीजेपी को कांग्रेस की तुलना में ज्यादा मत प्राप्त हुए थे। वोट शेयरिंग के मामले में बीजेपी पिछले चुनाव में भी कांग्रेस से आगे रही थी। हालांकि तब सीटों के मामले में बीजेपी कांग्रेस से पीछे रह गई थी।
2018 में बीजेपी को विधानसभा चुनाव में 41.0 फीसदी वोट मिले थे जबकि कांग्रेस को 40.9 फीसदी वोट प्राप्त हुए थे। तब कांग्रेस को 1 करोड़ 55 लाख 95 हजार 153 वोटर्स की समर्थन प्राप्त हुआ था। इसकी तुलना में बीजेपी को 1 करोड़ 56 लाख 42 हजार 980 वोटर्स ने वोट दिए थे। इस तरह बीजेपी को ज्यादा वोट मिले लेकिन इसके बाद भी प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी।
कम वोट पाकर भी कांग्रेस 114 सीटें जीतने में कामयाब रही थी जबकि ज्यादा वोट मिलने के बाद भी बीजेपी महज 109 सीटों पर सिमटकर रह गई। कांग्रेस ने निर्दलीय, सपा और बसपा विधायकों का समर्थन जुटाकर सरकार बना ली थी। हालांकि 15 माह बाद ही 22 विधायकों के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया भाजपा में शामिल हो गए और कांग्रेस की सरकार गिर गई।
इससे पहले सन 2013 के चुनाव में बीजेपी को 44.88 फीसदी वोट मिले थे। उस चुनाव में कांग्रेस को महज 36.38 फीसदी वोट ही मिल सके थे। उस चुनाव में बीजेपी ने 165 सीटें जीती थी जबकि कांग्रेस को महज 58 सीटें ही मिली थीं।
एक नजर में
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2018 के चुनावों से 2.19 प्रतिशत अधिक वोटिंग यह भी पढ़ें: MP Election Result Live 2023 – बीजेपी की लहर में भी राज्य के 14 मंत्री पीछे
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