राहुल ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के मोबाइल से परमार के तीनों बच्चे जतिन (18), बेटी जिया (16) और यशराज (13) से बात की। जतिन ने राहुल को बताया, पापा पर ईडी भाजपा ज्वॉइन करने का दबाव बना रही थी। पापा ने भाजपा में जाने की बजाय मरना आसान समझा।
जिया ने राहुल से घर आने का आग्रह किया। इस पर राहुल ने पटवारी ने लोकेशन पूछी और संपर्क में रहने को कहा। राहुल परमार के घर आएंगे। इधर, सवालों में घिरी ईडी ने बयान जारी किया है। घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए ईडी ने कहा है, 5 दिसंबर को दो गवाहों की मौजूदगी में सर्चिंग की थी।
इसमें एसबीआइ के महिला और पुरुष अफसर थे। ईडी ने कहा, परमार पर लगे आरोपों से जुड़े सबूत जुटाने के लिए पड़ताल की गई। संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज व अन्य आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए। जांच में पता चला, परमार आदतन अपराधी था। उस पर कई केस दर्ज थे। इसके बाद ईडी का कोई अफसर उनके घर नहीं गया।
परमार तीन बार गए जेल, रेप का भी केस
मनोज परमार तीन बार जेल जा चुके थे। उन पर आष्टा पुलिस ने 420 के अलावा 28 मार्च 2017 को दुष्कर्म का केस भी दर्ज किया था। हालांकि इस मामले में समझौते के आधार पर तीन माह में बरी हो गए थे। मनोज पर 6 करोड़ की धोखाधड़ी में दो केस दर्ज थे। ईडी ने इसी मामले में छापेमारी की थी। अक्टूबर 2017 में आष्टा पुलिस ने एक और धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। सभी प्रकरण में 2020 तक परमार करीब ढाई साल जेल में रहे। वे जमानत पर थे।राहुल गांधी के साथ बच्चों की बातचीत के अंश
जीतू: सर, आवाज आ रही? हम लोग छत पर आ गए हैं। तीनों बच्चे साथ हैं। आप इनसे बात कर सकते हैं। (बच्चे जतिन, जिया, यशराज ने बात की।) राहुल: कैसे हो बताओ? जिया: हम बढिय़ा हैं, आप कैसे हैं? राहुल: मैंने दुखद घटना सुनी, क्या हुआ? जतिन: भाजपा से बार-बार दबाव आ रहा था कि भाजपा ज्वॉइन करें, पापा ने ज्वॉइन न कर सुसाइड करना उचित समझा।
राहुल: मम्मी ने भी? जतिन: जी! पापा-मम्मी दोनों ने सुसाइड कर लिया। राहुल: आपको कुछ पता नहीं था? जतिन: हमें कुछ पता नहीं था। बार-बार ईडी भी दबाव दे रही थी कि बच्चों को भाजपा ज्वॉइन करा दो।
राहुल: बच्चों! अब आप लोग क्या कर रहे हो! जतिन: क्रियाकर्म की तैयारी कर रहे हैं। राहुल: बाकी भाई बहन … जीतू: सभी यही हैं। अभी जिससे बात की, वह बड़ा बेटा है। बेटी से बात कीजिए।
जिया: नमस्ते सर, मेरे मां-बाप का साया उठ गया, उम्मीद है आप एक बार यहां जरूर आएंगे। कब आएंगे? (बात करते- करते रोने लगी। जीतू ने सिर पर हाथ फेरते हुए ढांढस बधाया।)
राहुल जीतू से… राहुल: जीतू…अभी स्थिति क्या है? जीतू: इनके पिता ने सुसाइड नोट लिखा, इसमें ईडी सहित अन्य पर कई आरोप लगाए हैं। मैं सुबह ही यहां आया। ईडी अफसर ने इन पर दबाव बनाया। प्रताडऩा से तंग होकर माता-पिता ने सुसाइड किया। पिता ने लिखा है, आपको बच्चों का ध्यान रखना है। मैं तो ध्यान रखूंगा।
राहुल: बच्चे कहां पढ़ते हैं? जीतू: स्कूल जाते हैं। राहुल: सत्र हो जाए..टच में रहना। कोई तरीका निकालेंगे। घटनास्थल कहां है? जीतू: भोपाल के पास सीहोर में है।
राहुल: अंतिम संस्कार आदि कार्यक्रम कब तक होंगे? जीतू : तेहरवीं तक, यानी 13 दिन घर से बाहर नहीं जा सकते। राहुल: ठीक है, कोई रास्ता निकालते हैं।