ये भी पढें – झूला बना मौत का फंदा, मासूम की गई जान, छिन गया मां का इकलौता सहारा दरअसल विधानसभा चुनाव के पहले लाड़ली बहना योजना का रजिस्ट्रेशन किया गया था। इस योजना का लाभ उन महिलाओं को दिया गया, जिनके परिवार की आय 2.50 लाख रुपए है।
दूसरे चरण में उन महिलाओं को लाड़ली बहना योजना(Ladli Behna Yojana) में जोड़ा गया, जिनके पति के नाम ट्रैक्टर था। शहर सहित जिले में 3 लाख 18 हजार 997 महिलाओं के आवेदन आए। जनवरी 2024 में बड़ी संया में महिलाएं योजना से बाहर हुईं, क्योंकि उम्र 60 साल से ऊपर हो र्गई थी। जनवरी 2025 में भी बड़ी संया में महिलाएं बाहर हुई हैं। क्योंकि आधार कार्ड में महिलाओं की उम्र एक जनवरी है। इस कारण जनवरी में उम्र 60 ऊपर होने पर योजना से बाहर गई हैं। उनके खातों में पैसे नहीं आए हैं।
आधार में दर्ज जन्म तिथि के आधार हुई हैं बाहर
शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में आधार बनाने के लिए कैंप लगाए थे। आधार के फॉर्म में जन्म तिथि अनिवार्य है, लेकिन जब ऑनलाइन आवेदन किया गया तो ऑपरेटर ने जन्म तिथि एक समान लिखा। एक जनवरी की तारीख लिखी गई। एक जनवरी की तारीख लिखे जाने की वजह से जनवरी 2024 में 3576 महिलाएं 60 साल की हो गई। 60 वर्ष से ऊपर की महिलाओं को वृद्धा पेंशन का लाभ मिलता है, जिसके चलते लाड़ली से बाहर हो जाती हैं। 413 महिलाओं को स्वेच्छा से योजना का लाभ छोडऩा बताया गया है। अब ये महिलाएं शिकायत कर रही हैं कि उन्होंने कहीं भी आवेदन नहीं किया। फिर कैसे नाम हट गया है। फिर से योजना के लाभ के लिए सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज की है।