पहली महिला प्रत्याशी
मोना सुस्तानी राजगढ़ संसदीय सीट पर कांग्रेस पार्टी की पहली महिला उम्मीदवार हैं। मोना ज़िला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष हैं। वो जिला पंचायत सदस्य हैं इससे पहले वो जनपद सदस्य भी रह चुकी हैं। मोना सुस्तानी किरार धाकड़ समाज की महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। मोना सुस्तानी पूर्व विधायक गुलाब सिंह सुस्तानी की बहू हैं। गुलाब सिंह जिला कांग्रेस के अध्यक्ष, एमपी एग्रो के चेयरमैन, होने के साथ दो बार राजगढ़ विधानसभा सीट से दो बार विधायक भी रह चुके हैं। राजगढ़ सीट दिग्विजय सिंह की परंपरागत सीट है। दिग्विजय सिंह यहां से दो बार सांसद रह चुके हैं। उनके भाई लक्ष्मण सिंह भी इसी सीट से संसद रह चुके हैं।
मोना सुस्तानी दिग्विजय सिंह खेमे की हैं। इसके साथ-साथ इस संदीय सीट पर सबसे ज्यादा ओबीसी वोटर हैं। पूर्व सीएम श्री सिंह के राजगढ़ से चुनाव नहीं लड़ने के बाद यहां टिकिट को लेकर खींचतान मची हुई थी। उन्हें टिकट दिए जाने के पीछे का एक बड़ा कारण जिले के धाकड़ समाज को भाजपा के वोट बैंक से तोड़कर कांग्रेस में लाना और बाहुल्य समाज की खींचतान कम करना भी बड़ा कारण माना जा रहा है।
पिछले लोकसभा चुनाव में जब सांसद रोडमल नागर सांसद चुने गए थे। उस समय लोकसभा क्षेत्र की आठ विधानसभा सीटों में से छह भाजपा के पास थी और दो सीट कांग्रेस के पास थी। जबकि इस बार लोकसभा क्षेत्र में विधानसभा सीटों का उल्टा गणित है। इस बार कांग्रेस के पास छह और भाजपा के पास महज दो ही सीटें हैं। सारंगपुर व नरसिंहगढ़ सीट भाजपा के खाते में है।