बैठक देवी अहिल्या बाई को समर्पित रहेगी। उन्होंने उद्योग धंधे, किसान कल्याण, महिला सशतीकरण, धार्मिक घाटों के पुर्नोद्धार, कुटीर एवं ग्रामोद्योगों क नींव रखने जैसे कई उदाहरण पेश किए थे। सूत्रों के मुताबिक सरकार लोक परिवहन नीति ला सकती है। धार्मिक नगरों से आगे बढ़कर कई क्षेत्रों में चरणवार शराबबंदी पर सकारात्मक विचार कर सकती है। महिला सशतीकरण मिशन को भी हरी झंडी मिलने की संभावना है।
यह भी संभावना
महेश्वर में उद्योगों के क्षेत्र में कई काम हुए हैं। खासकर कुटीर एवं ग्रामोद्योग को यहीं से नई दिशा मिली थी। यह शुरुआत भी देवी अहिल्या ने की थी। सूत्रों के मुताबिक सरकार महेश्वर को नए औद्योगिक हब के रूप में पहचान दिला सकती है। योंकि सरकार वर्ष 2025 को उद्योग वर्ष घोषित कर चुकी है। इस अनुरूप सरकार महेश्वर में औद्योगिक गतिविधियों की अलग-अलग संभावनाओं पर काम कर रही है।