देवेन्द्र चौरासिया हत्याकांड में विधायक रामबाई के पति गोविंद समेत 7 लोगों के खिलाफ पुलिस ने 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। ये इनाम जिले के तत्कालीन एसपी आरएस बेलवंशी ने घोषित किया था लेकिन इनाम घोषित होने के 10 दिन बाद उनका तबादला हो गया था। मौजूदा दमोह एसपी विवेक सिंह ने मीडिया को बताया कि गोविंद का नाम निगरानी शुदा बदमाशों में है जिस कारण से वो कहीं भी घूम सकते हैं।
एसपी ने कहा- गोविंद को देवेन्द्र हत्याकांड में आरोपी बनाया गया था जिसके बाद वो फरार हो गया था। फरार होने पर पहले 10 हजार और फिर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया गया था। लेकिन बाद में गोविंद ने आवेदन देकर कहा था कि उसे फंसाया जा रहा है और हमें ऐसे साक्ष्य मिले जिसमें गोविंद की संलिप्तता नहीं थी। इसके बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की।
गोविंद सिंह पर दमोह जिल के 4 थानों में 16 और जबलपुर में एक आपराधिक मामला दर्ज है। ये प्रकरण 1993 से अभी तक के हैं। इनमें हत्या , हत्या के प्रयास, महिलाओं को बहला-फुसलाकर ले जाना, लूट और डकैती की योजना से लेकर अवैध हथियार रखने के गंभीर मामले हैं।
रामबाई के पति गुरुवार को विधानसभा परिसर में खुलेआम घूमते देखे गए। विवाद बढ़ा चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच हत्या का आरोपी सदन में कैसे पहुंचा। विधानसभा परिसर में रामबाई के साथ पति गोविंद सिंह का वीडियो वायरल है। विधानसभा परिसर में सरेआम एक हत्या का आरोपी विधायकों से हंसी ठिठोली कर रहा है। सरकार और उनके मुलाजिमों को इसकी खबर तक नहीं है। गृह मंत्री बाला बच्चन ने तो कहा कि मुझे मालूम ही नहीं है। एक हत्या के आरोपी को बचाने के लिए मध्यप्रदेश कांग्रेस ने सफाई दी कि गोविंद सिंह के ऊपर कोई वारंट नहीं है। न ही वो फरार हैं।
दमोह जिले के हटा थाना क्षेत्र में 15 मार्च को बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए देवेन्द्र चौरासिया की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में पुलिस ने विधायक रामबाई के पति गोविंद सिंह को भी नामजद किया था। बाद में पुलिस ने गोविंद समेत 7 लोगों पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था।