आपको बता दें कि कांग्रेस आलाकमान की ओर से युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी जिस युवा चेहरे मितेंद्र सिंह को सौंपी है, वो ग्वालियर चंबल संभाग से ताल्लुक रखते हैं। मितेंद्र सिंह के पिता दर्शन सिंह ग्वालियर के शहर अध्यक्ष रहे हैं। मितेंद्र सिंह की दो दिन पहले पीसीसी चीफ जीतू पटवारी से मुलाकात हुई थी। मितेंद्र सिंह ओबीसी वर्ग से आते हैं। विक्रांत भूरिया ने मंगलवार की सुबह ही पिताजी के चुनाव की वजह से व्यस्तता का हवाला देते हुए युवा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की पेशकश की थी।
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दरअसल, विक्रांत भूरिया के पिता कांतिलाल भूरिया को कांग्रेस पार्टी की ओर से रतलाम-झाबुआ लोकसभा सीट पर टिकट देकर उम्मीदवारी सौंपी है। ऐसे में विक्रांत भूरिया अपने पिता के लिए क्षेत्र के चुनाव प्रचार में जुटे हुए हैं। ऐसे में उन्हें पार्टी के युवा कांग्रेस अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी निभाने का समय ही नहीं मिल पा रहा है। यही हवाला देते हुए विक्रांत ने पार्टी आला कमान को पत्र लिखते हुए मांग की थी कि ये महत्वपूर्ण पद किसी अन्य योग्य व्यक्ति को दिया जाए।