अंदर जाने के 200 रुपए लगते हैं, पैसे दो और अंदर जाओ…
patrika.com से हुई बातचीत में बृजेन्द्र ने बताया कि हम गाड़ी से थे और जब गार्ड ने हमें गेट पर रोका तो हमें गाड़ी चेकिंग के उद्देश्य से रोका है। लेकिन गार्ड ने बहुत ही अभ्रद भाषा में पूछा कि अंदर कहां जाना है? जब मैंने कहा कि रूफ टॉप रेस्त्रां जाना है तो गार्ड ने पूछा कि वहां पहले से बुकिंग कराई है क्या? मैंने कहा नहीं… तो गार्ड ने बोला अंदर जाने के 200 रुपए लगते हैं। पैसे दो और अंदर जाओ। जब मैंने गार्ड से बोला कि आप यह किस तरह से बात कर रहे हैं तो उसने कहा अंदर जाना है तो बताओ। इसके बाद मैंने गूगल से नंबर सर्च कर रेस्त्रां के मैनेजर को कॉल कर पूरी स्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने बताया कि यह एक तरह की एंट्री फीस है ताकि अनावश्यक लोग यहां ना आ सकें। मैंने उनसे कहा जब हम आपकी इतनी महंगी यूनिट में आ रहे हैं तो 200 रुपए मायने नहीं रखते। लेकिन अगर कस्टमर के साथ आपका स्टाफ ऐसा व्यवहार करेगा तो कोई भी अपनी बेइज्जती कराने क्यों जाएगा। बृजेन्द्र का कहना है कि मुख्य द्वार पर पर्यटन विभाग का कोई कर्मचारी होना चाहिए जिसे कम से कम अतिथियों से बात करने का सलीका हो।
रेस्त्रां में जाने के लिए 200 रुपए है कवर फीस
मिंटो हॉल में मल्टी कुजीन रूफ टॉप रेस्त्रां ‘1909: द क्राउन ऑफ भोपाल’ का इसी साल 21 फरवरी को शुभारंभ हुआ था। पर्यटकों और फूड लवर्स के लिए अब तक का सबसे अलग रूफ टॉप रेस्त्रां है। यह एमपी टूरिज़्म की अब तक की सबसे महंगी यूनिट है। इस रेस्त्रां में एंट्री के लिए 200 रुपए कवर फीस चार्ज की जाती है। इस राशि को बिल में माइनस कर दिया जाता है। इस मामले में एमपी टूरिज्म के रीजनल मैनेजर और मिंटो हॉल के प्रभारी सैय्यद आरिफ नकवी ने बताया कि हमारे पास इस मामले की जानकारी पहुंची थी हमनें बृजेन्द्र जी से बातचीत की और संबंधित गार्ड को ड्यूटी से हटा दिया है। पर्यटन विभाग अपने अतिथियों के स्वागत में कोई कमी नहीं रखता है।