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कंगना की नई फिल्म ‘मेंटल है क्या’ के विवाद पर क्या बोले मनोचिकित्सक, पढ़ें ये खबर

कंगना की नई फिल्म ‘मेंटल है क्या’ के विवाद पर क्या बोले मनोचिकित्सक, पढ़ें ये खबर

भोपालApr 24, 2019 / 05:05 pm

Faiz

कंगना की नई फिल्म ‘मेंटल है क्या’ के विवाद पर क्या बोले मनोचिकित्सक, पढ़ें ये खबर

भोपालः कंगना रानौत और राजकुमार राव स्टारर फिल्म ‘मेंटल है क्या’ रिलीज से पहले ही विवादों में घिरती जा रही है। फिल्म अपने टाइटल और पोस्टर्स के कारण लोगों में खासा चर्चा का विषय बनी हुई है। इंडियन साइकिएट्रिक सोसायटी (IPS) के बाद अब मध्य प्रदेश के मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट्स भी फिल्म टाइटल और पोस्टर्स पर नाराजगी जाहिर करने लगे हैं। इसी कड़ी में राजधानी भोपाल के निजी अस्पताल के मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत त्रिवेदी ने आपत्ति जताते हुए कहा कि, जैसा कि सभी जानते हैं कि, हमारे देश में मानसिक रोगों के प्रति जागरुकता का अभाव है वहां इस तरह का फिल्म शीर्षक और पोस्टर उन लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएंगा। उन्होंने कहा कि, फिल्म के शीर्षक से बड़ी ही केजुलटी जाहिर हो रही है, यानी फिल्म ट्रेंड होने पर ये शीर्षक भी आमतौर पर बोला जाने लगेगा। जबकि मानसिक रोग बड़ा ही गंभीर विषय है।

मिला लोगों का समर्थन

डॉ. सत्यकांत त्रिवेदी ने फिल्म के शीर्षक और पोस्टर पर सोशल मीडिया के ज़रिये आपत्ति जताई। जो देखते ही देखते काफी तेजी से वायरल भी हो गई। त्रिवेदी के विरोध को लोगों का समर्थन भी मिल रहा है। आम लोगों का भी मानना है कि, ये बिल्कुल सत्य है कि, मनोरोगी तो पहले ही अपनी पीड़ाओं से परेशान होता है। इसपर फिल्म के माध्यम से फैलाए जा रहे ऐसे शब्द का चलन इन लोगों को भावनात्क ठेस पहुंचाएगा, इसलिए सेंसर बोर्ड को फिल्म के शीर्षक पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।

फिल्म के टाइटल पर आपत्ति

डॉ. त्रिवेदी ने सोशल मीडिया पर अपनी ओर से एक वीडियो जारी करते हुए कहा, ‘एक मेंटल हेल्थ एक्सपर्ट होने के नाते में इस फिल्म के टाइटल को लेकर चिंता में हूं। हम सब जानते हैं कि, हमारे देश में मानसिक रोगों के प्रति कलंक का भाव है। विज्ञानिक दृष्टिकोण का अभाव है। जागरुकता का अभाव है। इसी शर्मिंदगी के कारण कई लोग इसका ट्रीटमेंट लेने आगे नहीं आते। कई लोगों को लगता है कि, अगर मेने इसका ट्रीटमेंट शुरु किया तो लोग मुझे पागल समझने लगेंगे। तो ऐसे देश में जहां जागरुकता का अभाव है, कलंक का भाव है वहां ऐसे शीर्षक कलंक के भाव को बढ़ावा देगा और जो लोग किसी तरह हिम्मत जुटाकर इसका ट्रीटमेंट कराना चाहते हैं, उन्हें भी पीछे करेगा।’

 

mental hai kya

टाइटल से मनोरोगियों को नुकसान

डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि, ‘फिल्म के शीर्षक को लेकर मुझे समस्या इस बात की है कि, ये मानसिक रोगों के प्रति एक केजुअल एटिट्यूड बढ़ा रहा है। जबकि, ये एक बड़ा ही गंभीर विषय है, लेकिन इस शब्द के आम होने के बाद लोग किसी भी मानसिक रोगी पर इस शब्द के ज़रिये छीटाकशी करने लगेंगे। ट्रीटमेंट लेने वाले शख्स पर इससे जुड़ी टिप्पणी करने लगेंगे।’ डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि, ‘हो सकता है कि इस फिल्म में कोई अच्छा संदेश हो, जो मेंटल हेल्थ अवेयरनेस को बढ़ावा दे। लेकिन, फिलहाल जो फिल्म का शीर्षक है एक मनोचिकित्सक होने के नाते मेरी नज़र में वो आपत्तिजनक है।’

 

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फिल्म के पोस्टर पर आपत्ति

फिल्म के पोस्टर्स पर भी आपत्ति जताते हुए डॉ. त्रिवेदी ने कहा कि, जैसे डैसे फिल्म के पोस्टर सामने आए, हमने देखा कि, उनमें काफी सेलफाम का यूज किया गया है। पोस्टर्स में ऐसे मेथर्ड्स दिखाए जा रहे हैं, जिसमें कुछ सेलफाम किया जा रहा है। जो बड़ी चिंता का विषय है, त्रिवेदी ने मीडिया सरकार और सेंसर बोर्ड से अपील करते हुए कहा कि, इसपर काफी गौर करने की ज़रूरत है। क्योंकि, इसका जो डेमेजिंग इफेक्ट है वो प्रत्यक्ष रूप से नहीं समझ आता, लेकिन अप्रत्यक्ष रूप से इनका डेमेजिंग इफेक्ट काफी ज्यादा है।

 

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फिल्म के बारे में

आपको बता दें कि, फिल्म का प्रोडक्शन एकता कपूर ने किया है। प्रकाश कोवेलामुडी इस फिल्म को डायरेक्ट कर रहे हैं। फिल्म में राजकुमार राव, अमायरा दस्तूर, अमृता पुरी, जिम्मी शेरगिल और कंगना रनौत जैसे सितारे नज़र आएंगे। माना जा रहा है कि फिल्म में शाहरुख खान का भी कैमियो होगा। 16 अप्रैल को एकता की प्रोडक्शन कंपनी ने फिल्म का पहला मोशन पोस्टर रिलीज किया था। फिल्म 21 जून 2019 को रिलीज होगी।

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