मंत्री सारंग ने कहा कि विभाग के अपर मुख्य सचिव और वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ जल्दी ही एक बैठक कर इन मांगों की पूर्ति में आने वाली वित्तीय कठिनाईयों को दूर कर लिया जायेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि विभागीय समस्याओं को वह हरसंभव दूर करने का प्रयास करेंगे।
2 दिवसीय मंथन के बाद बनेगा रोडमैप
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को उपचार के साथ शिक्षा और शोध में भी उच्च स्तर पर अद्यतन करने के लिये जनवरी के अंतिम या फरवरी के प्रथम सप्ताह में 2 दिवसीय मंथन किया जायेगा। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा से लेकर वॉर्ड बॉय तक के प्रतिनिधित्व वाले इस मंथन में तकरीबन 10-12 ग्रुप होंगे। हर स्तर पर मंथन के बाद जो परिणाम होंगे, उनके आधार पर अगले पांच सालों का रोडमैप तैयार किया जायेगा।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों को उपचार के साथ शिक्षा और शोध में भी उच्च स्तर पर अद्यतन करने के लिये जनवरी के अंतिम या फरवरी के प्रथम सप्ताह में 2 दिवसीय मंथन किया जायेगा। अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा से लेकर वॉर्ड बॉय तक के प्रतिनिधित्व वाले इस मंथन में तकरीबन 10-12 ग्रुप होंगे। हर स्तर पर मंथन के बाद जो परिणाम होंगे, उनके आधार पर अगले पांच सालों का रोडमैप तैयार किया जायेगा।
मंत्री सारंग ने कहा कि अभी हमारे मेडिकल कॉलेज 70 प्रतिशत उपचार पर केन्द्रित हैं, जिन्हें वृहद रूप से शिक्षा और शोध पर केन्द्रित होना चाहिए। इससे राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उच्च स्तरीय डॉक्टर्स प्राप्त होंगे। उन्होंने कहा मेडिकल कॉलेज सशक्त होंगे तो उनसे जुड़े अस्पताल स्वत: ही अपग्रेड हो जायेंगे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस माह के अंतिम सप्ताह में प्रदेश के सभी मेडिकल कॉलेजों का 2-2 दिन निरीक्षण करेंगे।
विभाग की जगह अब शासन करेगा सम्मेलन
मंत्री सारंग ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे अब तक के सम्मेलन विभिन्न एसोसिएशन, प्रभाग या चैप्टर द्वारा किये जा रहे थे, जो अब शासन द्वारा किये जायेंगे। इनसे एसोसिएशन आर्थिक बोझ से मुक्त होगा और प्रदेश के चिकित्सक विश्व की आधुनिकतम चिकित्सा उपलब्धियों से अद्यतन होते रहेंगें।
मंत्री सारंग ने बताया कि चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे अब तक के सम्मेलन विभिन्न एसोसिएशन, प्रभाग या चैप्टर द्वारा किये जा रहे थे, जो अब शासन द्वारा किये जायेंगे। इनसे एसोसिएशन आर्थिक बोझ से मुक्त होगा और प्रदेश के चिकित्सक विश्व की आधुनिकतम चिकित्सा उपलब्धियों से अद्यतन होते रहेंगें।