शहर के व्यापारियों ने कारोबार से बनाई दूरी
व्यापारी भी महंगी प्याज के कारोबार से दूर हैं। महाराष्ट्र लाइन से प्याज की आवक बंद है। थोड़ी-बहुत आसपास के क्षेत्रों से आ रही है। मंडी में गुरुवार को 2500 कट्टे (प्रति कट्टा 30 किलो) की आवक हुई। राजधानी और आसपास से रोजाना सात से आठ हजार कट्टे की खपत होती है।
अक्टूबर मध्य में नई फसल आएगी
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक प्याज के भाव में तेजी अक्टूबर तक रहेगी। इस बार नई प्याज की फसल अक्टूबर के दूसरे पखवाड़े से आना शुरू हो जाएगी। अधिक बारिश के कारण कई क्षेत्रों में प्याज की फसल खराब होने की सूचना मिल रही है। प्याज के रोपे खराब होने से इसका असर कमजोर उत्पादन के रूप में सामने आएगा। महाराष्ट्र समेत दक्षिण भारत के राज्यों में भी प्याज की फसल को बहुत नुकसान हुआ है।
हरी सब्जी थोक खुदरा
कद्दू 15/16 30/40
फूल गोभी 30/40 50/60
पत्ता गोभी 18/20 30/40
बैगन 25/30 40/50
गिलकी 22/25 40/60
टिंडा 22/25 40/60
परमल 22/25 40/60
शिमला मिर्च 20/25 40/60
हरी मिर्च 20/25 40/60
हरी सब्जी थोक खुदरा
धनिया 30/40 60/80
पालक 15/20 30/40
टमाटर 18/20 25/30
आलू 10/12 18/20
अदरक 75/80 100/120
लौकी 15/16 30/40
भिंडी 20/25 40/60
करेला 15/20 40/50
70% सब्जियां यूपी, छत्तीसगढ़ व महाराष्ट्र से
जबरदस्त बारिश ने प्रदेश में सब्जी उत्पादन को प्रभावित किया है। पानी भरने से सब्जियां खराब हो गई हंै। मंडी में 70 फीसदी हरी सब्जियां यूपी, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र से आ रही हैं। टमाटर में थोड़ी राहत है, बाकी सब्जियां फुटकर में 40 से 60 रुपए किलो बिक रही हैं। सब्जी के होलसेल कारोबारी मो. सलीम बताते हैं कि बाहर की सब्जियां ही उपभोक्ताओं की मांग की पूर्ति कर रही हैं। टमाटर कारोबारी राजेन्द्र सैनी के मुताबिक बारिश बंद होने से टमाटर की आवक शुरू हो गई है, जिससे इसके भाव काबू में हैं।