सुरखी से पूर्व विधायक एवं कांग्रेस में शामिल होने वाली पारूल साहू ने एक बार फिर भाजपा में वापस कर ली है। शुक्रवार को भोपाल में उन्होंने भाजपा की सदस्यता ले ली। गौरतलब है कि कभी बुंदेलखंड की सुरखी विधानसभा में सुर्खियों में रहने वाली पारूल साहू और गोविंद सिंह राजपूत में प्रतिद्वंदिता थी। अक्सर ही दोनों ही दिग्गज एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते रहते थे।
इससे दो दिन पहले सागर जिले की सुरखी से पूर्व विधायक पारूल साहू ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। तभी यह माना जा रहा था कि वे भाजपा का दामन थाम सकती हैं। गौरतलब है कि पारूल साहू पहले भाजपा में थीं और फिर कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं। अब एक बार फिर उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है और फिर से भाजपा में घर वापसी की तैयारी में हैं।
पारूल साहू साल 2013 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और तब उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी गोविंद राजपूत को चुनाव में हराया था। लेकिन 2018 के विधानसभा चुनाव में उनका टिकट काट दिया गया। इसके बाद 2020 में हुए सियासी उठापठक में गोविंद सिंह राजपूत कांग्रेस छोड़ भाजपा में आ गए और सुरक्षी सीट पर हुए उपचुनाव में पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बना दिया, इससे पारूल साहू नाराज होकर कांग्रेस में चले गई थीं और कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था। हालांकि वे हार गए थीं।
कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री शेर सिंह यादव, छिंदवाड़ा के जिला पंचायत उपाध्यक्ष अमित सक्सेना, डा. प्रतिभा राजगोपाल भाजपा में आ गे। इनके अलावा जनपद सदस्य गैरतगंज रिजवान खान, जनपद सदस्य बेगमगंज वीरेंद्र सिंह यादव, जनपद सदस्य गैरतगंज दीपक धाकड़, जनपद सदस्य बेगमगंज सुरेश, देवेंद्र, पूर्व प्रदेश प्रतिनिधि कांग्रेस कमेटी वीरेंद्र सिंह यादव, एमपी पुलिस कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष बल्लू यादव, यादव महासभा प्रदेश उपाध्यक्ष शेर सिंह यादव, रायसेन पसमांदा मुस्लिम समाज जिला अध्यक्ष अफरोज अली, कृष्णा यादव बिट्टू, बेगमगंज युवा कांग्रेस ब्लाक पूर्व अध्यक्ष संदीप यादव, शासकीय महाविद्यालय छिंदवाड़ापूर्व अध्यक्ष शाहिद खान समेत सरपंच, सरपंच प्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पार्टी की सदस्यता ले ली।