मालवा के छह जिलों रतलाम, मंदसौर, नीमच, झाबुआ, अलिराजपुर और धार की 24 विधानसभा सीटों में से 21 पर भाजपा का कब्जा है, लेकिन मंत्रिमंडल में यहां से किसी विधायक को मौका नहीं मिला है। पेटलावद ब्लास्ट, झाबुआ-रतलाम उपचुनाव और मंदसौर किसान आंदोलन के समय की मांगों में यहां से किसी विधायक को मंत्री बनाना भी शामिल था, ताकि क्षेत्र के विकास में सहायता हो सके।
– पहले सभी थे दावेदार
विगत नवंबर में राजधानी में विधायक ओमप्रकाश सखलेचा के निवास पर मंदसौर-नीमच के भाजपा विधायकों की एक बैठक भी हुई थी, इस बैठक में भी इस क्षेत्र से एक मंत्री बनाए जाने के लिए आम सहमति बनाने की बात हुई थी। प्रदेश सरकार के बहुप्रतिक्षित विस्तार में इन जिलों से किसी को मौका नहीं दिया गया है। विस्तार के पहले तक मालवा के विधायक अपने-अपने नाम की दावेदारी कर रहे थे।
विगत नवंबर में राजधानी में विधायक ओमप्रकाश सखलेचा के निवास पर मंदसौर-नीमच के भाजपा विधायकों की एक बैठक भी हुई थी, इस बैठक में भी इस क्षेत्र से एक मंत्री बनाए जाने के लिए आम सहमति बनाने की बात हुई थी। प्रदेश सरकार के बहुप्रतिक्षित विस्तार में इन जिलों से किसी को मौका नहीं दिया गया है। विस्तार के पहले तक मालवा के विधायक अपने-अपने नाम की दावेदारी कर रहे थे।
मंदसौर,नीमच, रतलाम के भाजपा विधायक जल्द मिलेंगे सीएम से…
यह है समीकरण
– 24 विधानसभा सीट हैं छह जिलों में
– 21 सीटों पर है भाजपा का कब्जा
– 02 बार हो चुका है मंत्रिमंडल विस्तार
– 06 जिलों से दो मंत्री बनाने की मांग
यह है समीकरण
– 24 विधानसभा सीट हैं छह जिलों में
– 21 सीटों पर है भाजपा का कब्जा
– 02 बार हो चुका है मंत्रिमंडल विस्तार
– 06 जिलों से दो मंत्री बनाने की मांग
तीन जिलों पर चाहिए एक मंत्री
सूत्रों के मुताबिक अब मंदसौर, नीमच और रतलाम के विधायक भी एकजुट होकर एक को मंत्री बनाने की मांग में जुट गए हैं। पार्टी स्तर पर इन विधायकों ने कहा है कि किसी भी एक को अगर मंत्री बना दिया जाता है तो दूसरे विधायक उसका विरोध भी नहीं करेंगे। जल्द ही ये विधायक एक प्रतिनिधि मंडल बनाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी करने जा रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक अब मंदसौर, नीमच और रतलाम के विधायक भी एकजुट होकर एक को मंत्री बनाने की मांग में जुट गए हैं। पार्टी स्तर पर इन विधायकों ने कहा है कि किसी भी एक को अगर मंत्री बना दिया जाता है तो दूसरे विधायक उसका विरोध भी नहीं करेंगे। जल्द ही ये विधायक एक प्रतिनिधि मंडल बनाकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात भी करने जा रहे हैं।
मुलाकात के दौरान ये विधायक क्षेत्र में बढ़ रहे असंतोष और एंटीइनकंबैसी की बात भी मुख्यमंत्री के सामने रखेंगे। इसी तरह की मांग मालवा अंचल के आदिवासी अंचल के तीन जिलों झाबुआ, धार और अलिराजपुर से भी उठ रही है। इन जिलों के भाजपा विधायक मांग कर रहे हैं कि चुनावी साल में किसी आदिवासी विधायक को मंत्री पद दिया जाए।
सीएम के ऐलान से बढ़ी उम्मीद
हाल ही में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के ठीक बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि जल्द ही एक और मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। इस ऐलान के कारण मालवा के साथ ही कई इलाकों के भाजपा विधायकों में मंत्री बनने की उम्मीद बढ़ गई है।
हाल ही में नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के ठीक बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने ऐलान किया था कि जल्द ही एक और मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। इस ऐलान के कारण मालवा के साथ ही कई इलाकों के भाजपा विधायकों में मंत्री बनने की उम्मीद बढ़ गई है।
मंदसौर, नीमच क्षेत्र से किसी भी एक विधायक को मंत्री बनाया जाना चाहिए। हम यह बात रख रहे हैं।
– यशपाल सिसोदिया, भाजपा विधायक मंदसौर