वोट डाले बिना सवाल उठाने वाले यदि वोट डालकर बदलाव की दिशा में प्रयास करें तो तस्वीर बदल सकती हैं। जागरण लेक सिटी यूनिवर्सिटी में गुरुवार को पत्रिका की ओर से से ‘मेरा वोट मेरा अधिकार’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में स्टूडेंट्स ने यह बात कही। इस दौरान उन्होंने मतदान का संकल्प भी लिया।
कार्यक्रम में जागरण यूनिवर्सिटी की ओर से प्रोफेसर नीलेश खरे और फैजल खान ने विजेताओं का चयन किया और विवेक भारद्वाज व मुस्कान शेख को भाषण प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार दिया गया। पत्रिका के यूनिट मार्केङ्क्षटग हेड आयुष चक्रधर ने आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान पत्रिका के स्थानीय संपादक पंकज श्रीवास्तव ने कहा कि आपने हाल ही में कई उत्सव मनाए हैं, आप अन्य पर्वों की तरह लोकतंत्र के सबसे बडे़ उत्सव में भाग लें उसे छुट्टी न समझें। मतदान के अधिकार को लेकर हम युवाओं से बात कर रहे हैं, जिससे वह न केवल अपनी जिम्मेदारी समझे बल्कि अपने आसपास के लोगों को भी वोटिंग के लिए प्रेरित करें।
ये बोले स्टूडेंट्स यदि आप वोट नहीं देते हैं तो आपको शिकायत करने का अधिकार नहीं है। यदि आप इस प्रक्रिया में हिस्सा लेकर अपना मत सही प्रत्याशी को नहीं दे रहे तो फिर उम्मीद कैसे कर रहे हैं कि सही प्रतिनिधि चुनकर आएंगे। हम सामान्यत: सुनते हैं कि वोट देना मौलिक अधिकार है, वोट करना चाहिए लेकिन यह उसी तरह रहता है जैसे हम अन्य बातें किताब से रट्टा मार लेते हैं।
– मुस्कान शेख
– मुस्कान शेख
– विवेक भारद्वाज
आधी से ज्यादा जनसंख्या युवाओं की है, वोट डालना हमारा कर्तव्य है। हमें वोट डालना चाहिए साथ ही पांच सालों तक सवाल भी उठाना चाहिए कि समस्याओं का सुधार क्यों नहीं होना चाहिए।
– अमन जैन
– आशीष वाजपेयी
हर व्यक्ति यह चाहता है कि कोई दूसरा आगे बढ़े और उनकी समस्याएं हल करे, लेकिन कोई खुद आगे बढऩा नहीं चाहता, यही बड़ी समस्या है। कुछ एेसा ही रवैया राजनीति को साफ करने को दिखता है। आप ही हैं जो वोट डालकर एेसा कर सकते हैं।
– अर्ची जैन
– कामेश व्यास
राजनीति में एक ही परिवार के लोग पीढ़ी दर पीढ़ी आते हैं, यदि आम जनता से कोई आगे बढऩा भी चाहे तो उसे रास्ते से हटाने की कोशिश होती है, एेसे मामलों में जनता वोट की ताकत उपयोग करके राजनीति में नई हवा लाने का वाहक बन सकती है।
– आस्था
लोकतंत्र की यही खूबी है कि यहां एक आम आदमी को भी ऊपर पहुंचकर देश की बागडोर संभालने का मौका मिल सकता है, इसलिए लोकतंत्र को मजबूत करते हुए इसमें अपनी भागीदारी निभानी चाहिए।
– अनुजा नायर
– अनुजा नायर