प्रभारी मंत्री सिंह ने बताया कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों से लाखों की संख्या में जनजातीय भाई बंधु अपनी सांस्कृतिक परंपरा और पारंपरिक वेशभूषा के साथ गौरव दिवस के कार्यक्रम में शामिल होंगे। प्रधानमंत्री 15 नवंबर को दोपहर 12.33 बजे राजाभोज विमानतल पहुंचेंगे। यहां से प्रधानमंत्री जी हेलीकॉप्टर द्वारा जंबूरी मैदान पहुंचेंगे। जंबूरी मैदान में जनजातीय भाई बहन पारंपरिक समूह नृत्य के माध्यम से प्रधानमंत्री अगवानी करेंगे। जिसके पश्चात प्रधानमंत्री भगवान बिरसा मुंडा एवं जनजातीय समाज के क्रांतिकारियों पर केन्द्रित प्रदर्शनी का उदघाटन करेंगे। साथ ही जनजातीय बहनों के सेल्फ हेल्प ग्रूप द्वारा तैयार किए गए उत्पादों के स्टॉल का अवलोकन करेंगे। प्रधानमंत्री के मंच पर आते ही कार्यक्रम स्थल में अलग अलग स्थानों पर पारंपरिक वेशभूषा में तैयार कलाकार पारंपरिक नृत्यों एवं वाद्य यंत्रों के माध्यम से उनका स्वागत करेंगे।
12 शहरों में आंगुतकों की व्यवस्था –
प्रभारी मंत्री ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने जनजाति बंधुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गईं है। भोपाल शहर के आसपास 12 शहरों में गौरव दिवस में शामिल होने वाले आंगतुकों के ठहरने और भोजन, चाय की व्यवस्था है। आंगतुक कार्यक्रम की पूर्व रात्रि विश्राम करेंगे और सुबह कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होंगे। स्वयंसेवी संस्था और सामाजिक संगठन भी जनजातीय बंधुओं का स्वागत करेंगे। जगह-जगह गौरव द्वार, फ्लेक्स और जनजातीय वीरों के चित्र लगाए गए है। चौराहों को सजाया गया है। पार्टी के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी जनजातीय भाई बहनों की अगवानी करेंगे।
प्रभारी मंत्री ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने जनजाति बंधुओं के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गईं है। भोपाल शहर के आसपास 12 शहरों में गौरव दिवस में शामिल होने वाले आंगतुकों के ठहरने और भोजन, चाय की व्यवस्था है। आंगतुक कार्यक्रम की पूर्व रात्रि विश्राम करेंगे और सुबह कार्यक्रम स्थल के लिए रवाना होंगे। स्वयंसेवी संस्था और सामाजिक संगठन भी जनजातीय बंधुओं का स्वागत करेंगे। जगह-जगह गौरव द्वार, फ्लेक्स और जनजातीय वीरों के चित्र लगाए गए है। चौराहों को सजाया गया है। पार्टी के जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी जनजातीय भाई बहनों की अगवानी करेंगे।
सीएम ने आमजन को दिया न्यौता –
बिरसा मुंडा की जयंती पर भोपाल में आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजमन को आमंत्रित किया है। साथ ही कहा है कि भगवान बिरसा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। निश्चित ही यह आनंद का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर इतना विशाल कार्यक्रम, सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि जनजातीय नायकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर भी है। जनजातीय संस्कृति और परम्पराओं को और आगे बढ़ाने, संरक्षित करने के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। यह प्रदेश के जनजातीय भाइयों-बहनों, बेटे-बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण का अभियान है।
बिरसा मुंडा की जयंती पर भोपाल में आयोजित होने वाले जनजातीय गौरव दिवस पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आजमन को आमंत्रित किया है। साथ ही कहा है कि भगवान बिरसा के जन्मदिन को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला लिया गया। निश्चित ही यह आनंद का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस पर इतना विशाल कार्यक्रम, सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है बल्कि जनजातीय नायकों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने का अवसर भी है। जनजातीय संस्कृति और परम्पराओं को और आगे बढ़ाने, संरक्षित करने के लिए यह महत्वपूर्ण प्रयास है। यह प्रदेश के जनजातीय भाइयों-बहनों, बेटे-बेटियों को सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक सशक्तीकरण का अभियान है।