अधिकारियों के अनुसार एमपी में प्रतिदिन 35 से 40 हजार वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे हैं। इसके लिए आशा कार्यकर्ता, एएनएम और कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर डोर टू डोर दस्तक दे रहे हैं। अस्पतालों और सार्वजनिक स्थलों पर विशेष कैंप आयोजित किए जा रहे हैं।
प्रदेश में 34 लाख 73 हजार 325 आयुष्मान कार्ड बनाए जाना हैं। इनमें से 11.15% बन चुके हैं। आयुष्मान कार्यालय ने 15 जनवरी तक सभी कार्ड बनाने का लक्ष्य तय किया है।
सिवनी सबसे आगे
प्रदेश में अभी सिवनी जिले में तेजी से कार्ड बनाए जा रहे हैं। 38% बुजुर्गों के कार्ड बनाए जा चुके हैं। दूसरे स्थान पर बैतूल में 34.52%और तीसरे पर बालाघाट है जहां 31ज% बुजुर्गों के कार्ड बन चुके हैं। सबसे फिसड्डी राजगढ़ जिला है। यहां केवल 3.42 प्रतिशत बुजुर्गों के कार्ड ही बनाए गए हैं। टॉप तीन राज्य राज्य 1.मध्यप्रदेश -387402- 11.15% 2. केरल- 292983-10.91 3. चंडीगढ़- 3354-08.73
कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा
कार्ड बनाने के लिए कार्ययोजना बनाकर काम किया जा रहा है। प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है। जनवरी तक हम सभी बुजुर्गों के कार्ड बना लेंगे। -डॉ. योगेश भरसट, सीईओ, आयुष्मान भारत एमपी ये भी पढ़ें: विजयपुर सीट पर कांटे की टक्कर तो, बुधनी में मतों के अंतर पर नजर