लोगों की समस्याएं भी सुनीं
पुराने भोपाल स्थित एक होटल पर खाना खाने पहुंचे मंत्री को देखकर स्थानीय कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। उन्होंने सहजता के साथ कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। वहीं खाना खाते समय उनकी समस्याएं भी सुनी। यह वाकया देर रात का है, जब भार्गव पुराने भोपाल स्थित नादरा बस स्टैंड पहुंचे थे। बताया जाता है कि जब भी मंत्रीजी का मूड दाल तड़का खाने का हो जाता है वे यह सादा खाना खाने चले आते हैं।
पुराने भोपाल स्थित एक होटल पर खाना खाने पहुंचे मंत्री को देखकर स्थानीय कार्यकर्ता भी वहां पहुंच गए। उन्होंने सहजता के साथ कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। वहीं खाना खाते समय उनकी समस्याएं भी सुनी। यह वाकया देर रात का है, जब भार्गव पुराने भोपाल स्थित नादरा बस स्टैंड पहुंचे थे। बताया जाता है कि जब भी मंत्रीजी का मूड दाल तड़का खाने का हो जाता है वे यह सादा खाना खाने चले आते हैं।
मंत्री गोपाल भार्गव अक्सर विभिन्न कार्यक्रमों के दौरान अपने कार्यकर्ताओं के साथ उनके वाहन में निकल जाते हैं। वे अपने कार्यकर्ताओं के घरों पर भी अचानक पहुंच जाते हैं।