भोपाल। देखने में भले ही ये चेहरा आपको बेहद मासूम लगे, पर इसके पीछे छिपे क्रूर व खूंखार रूप को आप शायद ही समझ पाएं। ये वो लेडी किलर है, जिसने पहले अपने प्रेमी से उस इंसान का बेरहमी से मर्डर कराया, जो उसे इस दुनिया में सबसे ज्यादा प्यार करता था। इसके बाद उसको डीजल डालकर जला दिया। पिछले दिनों जब इस लेडी किलर और उसके प्रेमी को भोपाल जिला अदालत में उम्रकैद की सजा सुनाई गई तो लेडी किलर के चेहरे पर मुस्कान तैर गई, जबकि वहीं उसका प्रेमी आंखों में आंसू भरकर उदास बैठा रहा। आइए हम बताते हैं इस पूरे लव ट्राइंगल में मर्डर की कहानी…ऐसे समझें मामलादरअसल भोपाल के बहुचर्चित मनीष तख्तानी हत्याकांड में अदालत ने पत्नी सपना उसके प्रेमी हर्षप्रीत सलूजा, सलूजा के साथी अमीन को उम्रकैद की सजा सुनाई। साथ ही कोर्ट ने तीनों को सजा के साथ 11 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया है। ये भी पढ़ें : बहू से रेप कर रहा था जेठ तभी आ गई पत्नी, फिर हुआ ये…अपर सत्र न्यायाधीश अरूण कुमार वर्मा ने फैसला सुनाया, सजा सुनने के बाद सपना के चेहरे पर शिकन तक नजर नहीं आई जबकि कोर्ट से वह बाहर निकलने के बाद वह मुस्कुराती दिखी। वहीं उसका प्रेमी हर्षप्रीत सजा सुनकर डरा-सहमा हुआ था। उसने कोर्ट रूम में सपना की ओर देखा तक नहीं।ये भी पढ़ें : महिलाओं ने कपडे फाडकर सरेराह उतारी युवक की इज्जत, देखें वीडियोगोली मारी फिर जला दिया था पति का शव…जानकारी के अनुसार मनीष की पत्नी सपना के हर्षप्रीत सलूजा से प्रेम संबंध थे। इसलिए सपना मनीष के साथ नहीं रहना चाहती थी। सपना ने प्रेमी हर्षप्रीत के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश रची। 11 नवंबर 2013 को साजिश के तहत हर्षप्रीत ने मनीष तख्तानी को कोहेफिजा बुलाया यहां गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी, बाद में मनीष के शव को जला दिया था। साजिश रचकर हत्या करने और साक्ष्य छुपाने-मिटाने की धाराओं के अंतर्गत दोषियों को सजा सुनाई गई।ये भी पढ़ें : दसवीं की छात्रा के पीछे-पीछे घर में घुस आया बदमाश, फिर कमरे में किया ये…ऐसे खुला था हत्या का राजजानकारी के अनुसार मनीष भोपाल में एमपी नगर का एक फेमस प्लायवुड कारोबारी था। उसकी लाश पुलिस ने 11 नवंबर 2013 को बरामद की थी।यहां जांच में पता चला कि उसे कार में सिर और पेट में गोली मारी गई थी। शिनाख्त मिटाने के लिए उसकी लाश को एक पुराने मकान में डीजल डालकर आग से जला दिया गया था।जांच के दौरान पुलिस को मनीष की जेब में मिली गैस की पर्ची के आधार पर उसकी शिनाख्त की गई। इसके बाद मोबाइल फोन की लोकेशन लेने पर पुलिस को पता चला कि मनीष की कार कस्तूरबा नगर में लावारिस हालत में खड़ी है।यहां पुलिस की एक टीम कार के पास पहुंची तो उस पर खून के निशान मिले थे। हत्या के पूर्व मनीष की कॉल डिटेल से पता चला कि एक ही नंबर से कई बार फोन आए थे। उस नंबर और सपना के कॉल डिटेल निकलवाई तो पूरा मामला सामने आ गया। ये भी पढ़ें : ये हैं मोबाइल से कमाई की आसान ट्रिक्स, केवल दो घंटे रोज से पाएं इनकम गजब,शिकायत करने थाने आए पीडितों पर ही पुलिस ने तान दी बंदुक यहां टेबिल-कुर्सी से बांधे जाते हैं आरोपी, ये हैं बिना लॉकअप के थाने