भोपाल। देश भर में घाटे में चल रहे एयरपोर्ट में इस वक्त सबसे अधिक घाटे में राजाभोज एयरपोर्ट है। यह घाटा लगातार बढ़ भी रहा है। वित्तीय वर्ष 2014-15 में भोपाल एयरपोर्ट का घाटा 56.58 करोड़ का था, यह वर्ष 2013-14 के मुकाबले करीब आठ करोड रुपए ज्यादा है। नागरिक विमान मंत्रालय की ओर से भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। गौरतलब है कि पैसेंजर सैटिस्फैक्शन को लेकर हुए 53 एयरपोर्ट के सर्वे में भोपाल एयरपोर्ट 40 नंबर पर रहा था। Must Watch…रात में ही खिलता है ब्रह्म कमल यात्रियों की संख्या में कमी से राजस्व नहीं एयरपोर्ट को जरूरत से कम यात्री मिलने से यह घाटा उठाना पड़ रहा है। जिसके कारण सुविधाओं और अन्य जरूरतों पर जितना खर्च हो रहा है उसकी पूर्ति नहीं हो पा रही है। एयरपोर्ट प्रबंधन इस घाटे के पीछे सबसे बड़ी वजह फ्लाइट्स की संख्या कम होना मानता है। प्रबंधन के मुताबिक फ्लाइट कम होने से यहां यात्री कम हैं जिससे राजस्व भी कम प्राप्त होता है। भोपाल एयरपोर्ट से दिन भर में महज 7 फ्लाइट उड़ान भरती हैं और इतनी ही फ्लाइट्स उतरती हैं। Also Read…गैस त्रासदी केस : राहत अस्पतालों में ढेरों कमियां, कमेटी भी हैरान ये हैं हालात -07 फ्लाइट उड़ान भरती हैं रोजाना -14 फ्लाइट का होता है दिन भर में संचालन -03 फ्लाइट हैं दिल्ली के लिए -04 फ्लाइट हैं मुंबई के लिए Also Read…बिजली कंपनी: एक ही पद पर पांच साल तो रवानगी तय घाटे की मुख्य वजह -रोजाना फ्लाइट डिले होना -सिर्फ दो शहरों की ही कनेक्टिविटी -फ्लाइट्स की संख्या नाममात्र की -पुराने ढर्रे पर ही हो रहा संचालन -इंटरनेशनल तमगा लेकिन एक भी इंटरनेशनल फ्लाइट नहीं