मामा नाम से लोकप्रिय शिवराज सिंह चौहान ने चुनाव से पहले विदिशा क्षेत्र में लोकल ट्रेन में सफर किया। वे अपडाउनर की तरह विदिशा के दौरे पर गए थे। उनके साथ पत्नी साधना सिंह भी थी। शिवराज ने सुबह गंजबासौदा पहुंचने के लिए लोकल ट्रेन में सफर किया। शाम को वापस ट्रेन से भी लौट आए। गौरतलब है कि विदिशा संसदीय सीट से भाजपा के उम्मीदवार बनाए गए शिवराज सिंह चौहान के सामने अब तक कांग्रेस ने अपने प्रत्याशी का ऐलान नहीं किया है, लेकिन प्रत्याशी का नाम तय कर लिया गया है।
इस दौरान लोगों को पता चला तो वे उनका स्वागत करने उमड़ पड़े। सफर के दौरान कुछ महिला खिलाड़ी भी शिवराज से मिलने पहुंची। इस दौरान शिवराज सिंह ने कहा कि आज रेल द्वारा छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस में गंजबासौदा से भोपाल वापसी के दौरान छत्तीसगढ़ की बेटी, वेटलिफ्टर सोनाली यदु और एकता बंजारे से भेंट हुई। हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा में आयोजित (Khelo India Women’s Weightlifting League) में बेटी सोनाली ने स्वर्ण पदक और बेटी एकता ने वेटलिफ्टिंग में कांस्य पदक जीतकर देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। आप दोनों बेटियों को बहुत-बहुत बधाई एवं उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं।
ट्रेन के सफर के दौरान मीडिया से बात करते हुए शिवराज सिंह ने कहा कि मैं पांव-पांव वाला भी हूं, साइकिल वाला भी हूं और पैसेंजर वाला भी हूं। जहां जनता होती है वहां मामा होता है। विदिशा से भाजपा उम्मीदवार बनाए गए शिवराज से जब मीडिया ने पूछा कि जनता तो आपकी जीत सुनिश्चित मान रही है, फिर भी मेहनत कर रहे हैं। इस पर शिवराज चौहान ने कहा कि मेहनत तो करनी ही पड़ती है। मैं राजनीतिक पद का लालच नहीं करता। अपनों से मिलने के लिए करता हूं। यह तो मेरा अपना ही परिवार है। चौहान ने अपने अंदाज में कहा कि मन आनंद से भरा है, आज गंजबासौदा जा रहा हूं। मेरी कर्मभूमि है और जनता से मेरा परिवार का रिश्ता है।
शिवराज सिंह से जब मीडिया ने केंद्र में मंत्री बनने या मुख्यमंत्री के पदों पर सवाल किया तो शिवराज ने कहा कि काम का माध्यम राजनीति है। आप राष्ट्रीय राजनीति में रहते हुए भी बहन-बेटियों के लिए काम कर सकते हैं। बच्चों के लिए, किसानों के लिए, गरीबों के लिए काम कर सकते हैं। पार्टी जो तय करती है वो करते जाना है।
जब मीडिया ने वर्तमान मुख्यमंत्री मोहन यादव के बारे में पूछा तो शिवराज सिंह ने कहा कि मोहन यादव बहुत अच्छा काम कर रहे हैं, मुझे विश्वास है कि वो राज्य को बहुत आगे ले जाएंगे। हम सब कार्यकर्ताओं का सहयोग है। पार्टी ने मुझे लगातार काम करने का अवसर दिया है पार्टी ही मेरा परिवार है।
शिवराज सिंह चौहान विदिशा संसदीय सीट से पांच बार भाजपा के सांसद रह चुके हैं। यह क्षेत्र भाजपा का गढ़ मानी जाती है। इस सीट पर 1989 से भाजपा का ही कब्जा है। जबकि 1991 से 2004 तक शिवराज सिंह चौहान खुद सांसद रहे। इसी सीट के बाद शिवराज को अचानक मुख्यमंत्री बनाया गया था।