एक कार्यक्रम के सिलसिल में भोपाल आए शीफूजी पत्रिका ऑफिस भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विशेष बातचीत की। शीफूजी ने कहा कि ग्रेंडमास्टर शीफूजी कई लोगों को एक चायनीज नाम लगता है, मैं उन लोगों को बता दूं कि मैं सच्चा भारतीय हूं जो अपने देश से मोहब्बत करता है तो चायनीज नाम रखने का सवाल ही नहीं उठता।
यह हिंदी के तीने शब्दों से मिलकर बना है- शीह, फूह, जीह। शीह का मतलब जहां से महाकाल की उत्पत्ति हुई, फूह का मतलब है पादुकाएं, जीह का मतलब है रेतस बीज। यानि महाकाल के पैरों में पैदा हुआ उनका रौद्र रूप है शीफूजी।
शौर्य नाम राशि का है और भारद्वाज गोत्र है। संविधान ने मुझे अधिकार दिया है लिहाजा मैंने पूरी प्रक्रिया से अपना नाम बदला है। शिफूजी ने बताया कि मैं भारत का इकलौता ऐसा शख्स हूँ जिसके आधार कार्ड पर ग्रांडमास्टर लिखा है।
शिफूजी मेरा ट्रेडमार्क और एक ‘ब्रांड’ है। भारत में शिफूजी नाम यूज करने के लिए केवल मैं अधिकृत हूं। इसके अलावा मैं जो लोगो इस्तेमाल करता हूं उसका भी मेरे पास ट्रेडमार्क है।
देश में हर युवा के लिए अनिवार्य हो मिलिट्री ट्रेनिंग
‘मिशन प्रहार’ के माध्यम से अब तक करीब 40 लाख से अधिक बच्चियों को सरवाईवैल टैक्टिक्स और सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग दे चुके शीफूजी बताते हैं कि यह एक तरह का सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम है। इसमें उन्हें विषम परिस्थितियों में कैसे खुद को बचाएं इस बारे में सिखाया जाता है। शीफूजी कहते हैं कि मेरा सपना है कि भारत में हर युवा के लिए मिलिट्री ट्रेनिंग अनिवार्य होनी चाहिए।
भारत के क्रांतिकारी और सिपाही का फैन हूं
शीफूजी बतौर चीफ एक्शन डिजाइनर और चीफ एक्शन कोरियोग्राफर कई बड़ी ऐक्शन फिल्मों में अपनी गाइडेन्स दे चुके हैं। वे कहते हैं कि न मैं किसी हीरो का फैन हूं और न किसी फिल्म का… मैं तो बस भारत के क्रांतिकारियों का और भारत के हर एक सिपाही का फैन हूं।
ड्रेस पर, हाथ पर और सिग्नेचर के दौरान ‘इंकलाब जिंदाबाद’ लिखने वाले शीफूजी ने कहा कि मुझे एक आशिक ने बताया था कि जिसे सच्ची मोहब्बत होती है वो महबूब के घर के बाहर सुबह से रात तक खड़ा रहता है।
शीफूजी चीफ कमांडोज मेंटर हैं और भारत के पहले व एक मात्र कमांडो ट्रेनर के तौर पर सेना और कई राज्यों की स्पेशल आम्र्ड फोर्सेज को ट्रेनिंग दे चुके हैं। वे मप्र समेत कई अन्य राज्यों की स्पेशल आम्र्ड फोर्स को शीफूजी ने अलग-अलग टैक्टिक्स से दुश्मन से निपटने के गुर सिखाए हैं।