आपको बता दें, वन्य जीवों के प्रजनन काल के दौरान पर्यटकों की आवाजाही बंद कर दी जाती है ताकि, शोर-शराबा और लोगों की आवाजाही से वन्य जीव डिस्टर्ब न हों। इसके लिए हर साल 30 जून से 30 सितंबर तक कूनो नेशनल पार्क समेत अन्य सभी नेशनल पार्क या अभ्यारण्य तीन महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं। अब यह अवधि पूरी हो चुकी है और एक अक्टूबर से एक बार फिर कूनो नेशनल पार्क समेत अन्य नेशनल पार्क या अभ्यरण्यों के दरवाजे आम लोगों के लिए खुल गए हैं। कूनों में अब पर्यटक पीपलवाड़ी और अहेरा गेट से एंट्री कर वाइल्ड लाइफ की सैर कर सकेंगे।
मुख्य गेट टिकटोली से एंट्री फिलहाल बंद
अगर आप कूनो नेशनल पार्क जाने की तैयारी कर रहे हैं और उसके मुख्य गेट टिकटोली गेट से एंट्री चाहते हैं, तो यह खबर आपको निराश कर सकती है। क्योंकि फिलहाल टिकटोली का यह मुख्य गेट बंद ही रखा जाएगा। क्यों? क्योंकि यही वो गेट है, जहां चीतों का एक बड़ा सा बाड़ा है। चीतों के साथ हुए हादसों के मद्देनजर फिलहाल इन चीतों का खास ख्याल रखा जा रहा है। ऐसे में यदि यहां इंसानी आवाजाही बढ़ी, तो चीतों का स्ट्रेस लेवल बढ़ सकता है। ऐसे में उनकी सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। इसीलिए विभाग के अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है कि फिलहाल यह गेट पर्यटकों के लिए बंद रखा जाएगा। यानी आपको चीतों के दीदार के लिए फिलहाल लंबा इंतजार करना होगा।
अगर इस खबर को पढ़कर आप निराश हुए हैं, तो बिल्कुल मत होइए चीता देखने का इंतजार भले ही लंबा हो रहा हो, लेकिन आपको बताते चलें कि मप्र वाइल्ड लाइफ का एक प्यारा घर है यहां एक दो नहीं बल्कि 12 राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो देश और दुनिया को यहां खींच लाते हैं। इनमें से बांधवगढ़, कान्हा, सतपुड़ा, पन्ना और पेंच सबसे ज्यादा पसंद किए जाते हैं। ये सभी नेशनल पार्क आपके स्वागत के लिए फिर से तैयार हैं। यहां आप सफारी से लेकर, ट्रेकिंग, बर्ड वाचिंग और फोटोग्राफी जैसे अपने शौक पूरे कर सकते हैं। तो आइए मप्र की वाइल्ड लाइफ में आपका एक बार फिर से स्वागत है….