मानसूनी सीजन का पहला माह शुक्रवार को समाप्त होने जा रहा है। आज सुबह से ही शहर में बरसात चालू हो गई है। राजधानी में इस बार मानसून की दस्तक पांच दिन की देरी से हुई थी। आमतौर पर शहर में मानसून के आगमन की तारीख 20 जून है लेकिन इस बार मानसून का आगमन 25 जून को हुआ है। पिछले दस सालों में दूसरी बार मानसून की जोरदार दस्तक हुई है और 25 जून को झमाझम बारिश हुइ थी। इस दौरान शहर में 3 इंच से अधिक बारिश हुई थी।
पांच दिनों तक कोई नया सिस्टम आने की संभावना नहीं
मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि फिलहाल जो सिस्टम उत्तरी मप्र में बना है उससे नमी के कारण हल्की और मध्यम बारिश का क्रम जारी रहेगा। अगले पांच दिनों तक कोई नया सिस्टम आने की संभावना नहीं है। इसके बाद कोई सिस्टम आता है तो बारिश की गतिविधियां फिर बढ़ेगी।
मौसम विज्ञानी अभिजीत चक्रवर्ती ने बताया कि फिलहाल जो सिस्टम उत्तरी मप्र में बना है उससे नमी के कारण हल्की और मध्यम बारिश का क्रम जारी रहेगा। अगले पांच दिनों तक कोई नया सिस्टम आने की संभावना नहीं है। इसके बाद कोई सिस्टम आता है तो बारिश की गतिविधियां फिर बढ़ेगी।
राजधानी में गुरुवार को भी हल्के और मध्यम बादल छाए रहे। दोपहर बाद शहर के कई हिस्सों में गरज चमक के साथ बौछारे पड़ी इसके बाद हल्की धूप भी खिली। शहर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई। गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 30 और न्यूनतम 24.9 डिग्री दर्ज किया गया। शुक्रवार को सुबह से ही कई इलाकों में रिमझिम बरसात हो रही है।
मौसम विभाग के अनुसार भोपाल सहित कई जगहों पर आज तेज बरसात हो सकती है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पश्चिमी हिस्सों में विशेषकर उज्जैन संभाग और उत्तरी इलाके में ग्वालियर चंबल क्षेत्र में तेज बरसात की संभावना व्यक्त की है।