भोपाल

Ken-Betwa Link National Project: केन-बेतवा-पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रदेश और देश के लिए मील का पत्थर : सीएम

Ken-Betwa Link National Project Jal Kalash Yatra: एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने केन-बेतवा लिंक तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक राष्ट्रीय परियोजना जल कलश यात्रा का शुभारंभ किया, आप भी जानें क्या है ये परियोजना और देश के विकास में कैसे साबित होंगी मील का पत्थर…

भोपालMar 11, 2024 / 04:30 pm

Sanjana Kumar

भोपाल: केन-बेतवा लिंक तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना जल कलश यात्रा के शुभारंभ के बाद कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव

Ken-Betwa Link National Project Jal Kalash Yatra: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (CM Mohan Yadav) ने सोमवार 11 मार्च को भोपाल (Bhopal) में केन-बेतवा (Ken-Betwa link) तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल(parwati-kalisindh-Chambal Link) जल कलश यात्रा (Jal Kalash Yatra) का शुभारंभ किया। एमपी की राजधानी भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में दीप प्रज्ज्वलित करते हुए सीएम मोहन यादव ने मां नर्मदा के जल को कलश में प्रवाहित किया। इस अवसर पर सीएम ने कहा कि ये दो बड़ी राष्ट्रीय परियोजनाएं न केवल मध्य प्रदेश के लिए बल्कि देश के विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होंगी…

इस अवसर पर एमपी सीएम मोहन यादव ने कहा कि केन-बेतवा तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ने की ये योजना बेहद महत्वपूर्ण है। इस परियोजना से देश और प्रदेश की तस्वीर बदलेगी।

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सीएम मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में उत्कृष्ट कार्यों के लिए क्रम से पहले पदोन्नति प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों को रैंक प्रदान कीं और उन्हें शुभकामनाएं दीं।

इस अवसर पर एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव के साथ एमपी के उपमुख्य मंत्री, मंत्री प्रहलाद पटेल, तुलसी सिलावट सहित अन्य गणमान्य तथा जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे। बता दें कि प्रदेश भर में जल कलश यात्रा के अंतर्गत 13 मार्च तक केन-बेतवा लिंक परियोजना तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के 17 जिलों के संभावित 3614 लाभांवित गांवों में कलश यात्रा तथा जल आधारित विभिन्न कार्यक्रम किए जा रहे हैे, जिनका शुभारंभ आज 11 मार्च से एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने एमपी की राजधानी भोपाल से कर दिया है।

बता दें कि आज 11 मार्च को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने केन-बेतवा एवं पार्वती-कालीसिंध-चंबल जल कलश यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह कलश यात्रा 11 से 13 मार्च तक परियोजना से लाभान्वित 17 जिलों के संभावित 3614 लाभान्वित गांवों में पहुंचेगी। इन जिलों में जल आधारित विभिन्न कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। इसके अंतर्गत केन-बेतवा लिंक परियोजना तथा पार्वती -कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के 17 जिलों के संभावित 3614 लाभान्वित गांवों में कलश यात्रा तथा जल आधारित विभिन्न कार्यक्रम होंगे।

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इस अवसर पर एमपी सीएम डॉ. मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में उपस्थित प्रदेश के चयनित प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए। साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की कामना करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं।

साथ ही इन गांवों के स्कूलों में जल पर केंद्रित चित्रकला, निबंध, खेलकूद, वाद विवाद प्रतियोगिता आयोजित किए जाएंगे। इन गांवों में जल पर आधारित दीवार लेखन एवं अन्य प्रचार प्रसार भी किया जाएगा। इन सभी गांवों में चलित वाहनों के माध्यम से परियोजना के लाभ एवं जल के महत्व पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा। कार्यक्रमों में स्व सहायता समूह, स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता सुनिश्चित की जाएगी।

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– मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण बेतवा नदी केन और बेतवा दो प्रायद्वीपीय नदियां हैं। इन नदियों का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश है और ये उत्तर प्रदेश में यमुना नदी में मिलती हैं।

– केन नदी में पानी की आवक बहुतायत है लेकिन इसका पानी ज्यादा उपयोग नहीं हो पाता है।

– दूसरी तरफ बेतवा नदी में पानी की कमी के कारण ऊपरी बेतवा बेसिन की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रहीं।

– केन नदी से सूखा ग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र की इस परियोजना से 7 लाख से भी ज्यादा हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की जा सकती है।

– केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट में एमपी के छतरपुर जिले में दौधन गांव के पास केन नदी पर दौधन बांध बनाया जाना है।

– इस बांध में 2853 मिलीयन क्यूबिक लीटर पानी का भंडारण किया जा सकेगा।

– इसका कुल डूब क्षेत्र 9 हजार हेक्टेयर होगा।

– दौधन बांध से अतिरिक्त पानी को बेतवा बेसिन में स्थानांतरित करने के लिए 221 किलोमीटर लंबी लिंक केनाल का निर्माण किया जाएगा।

– इसके अलावा दौधन बांध पर दो पावर हाउस बनाए जाएंगे।

– इनकी कुल क्षमता 78 मेगावॉट होगी।

– दौधन बांध पर 75 प्रतिशत निर्भोक्ता पर सालान 6580 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध होगा।

– 2023 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी दौधन बांध से नीचे बांदाकेन नदी में छोड़ा जाएगा।

– इससे बरयारपुर वियर से 1306 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में और 224 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी छतरपुर जिले में सिंचाई के लिए दिया जाएगा।

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करने की ओर मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि को और उन्नत बनाने की दिशा में साकार होने जा रहीं दो बड़ी राष्ट्रीय परियोजनाएं केन-बेतवा लिंक और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।

-डॉ. मोहन यादव, एमपी सीएम

– केन बेतवा पार्वती कालीसिंध योजना मध्यप्रदेश के लिए परमात्मा का वरदान है।

– मध्यप्रदेश में हजारों हजार साल से ये नदियां जीवनदायिनी बनकर, हम सबके बीच अपना मार्ग तय कर रही हैं।
– सिंचाई के लिए पहले छोटे संसाधन थे, अब बदलते दौर में सिंचाई के तरीके बदले और बड़े के बांध बनाकर नहरों के माध्यम से सिंचाई हो रही है।

– केन बेतवा नदी योजना विश्व की पहली नदी जोड़ो योजना है, इसके शुभारंभ के बाद से पूरे क्षेत्र का विकास होगा।
– बुंदेलखंड केवल जल के कारण पिछड़ा था, केन-बेतवा बह रही थी, लेकिन बहते हुए पानी का उपयोग ठीक से नहीं हो पा रहा था।

– पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकर ने इस दिशा में कोई ध्यान नहीं दिया।
– स्व. अटल बिहारी वाजपेई जी ने सपना देखा, माननीय नरेंद्र मोदी ने उस सपने को पूरा करके दिखाया।

– ये संकल्पशक्ति के इच्छाशक्ति का परिणाम होता है।

– सिंचाई व्यवस्था उज्जैन में 7% है लेकिन चंबल क्षेत्र में 90% नहरों से पानी दिया जा रहा है ये सौभाग्य की बात है।
– 70 हजार करोड़ की योजना पार्वती कालीसिंध चंबल योजना के माध्यम से चंबल मालवा, बीहड गुना, शिवपुरी, ग्वालियर, मुरैना, मालवा का क्षेत्र आगर, उज्जैन, इंदौर में सिंचाई सिंचाई के साथ नल जल योजना से हर घर पीने का पानी मिल रहा है।
– केन बेतवा 55 हजार करोड़ की योजना है, हमें 37 हजार करोड़ मिल रहा है।

– इसमें हमें 3700 करोड़ देना है बाकी 90% राशि भारत सरकर देने वाली है।

– जल संरचनाएं बनने के बाद, सोलर के माध्यम से 100 मेगा वाट का बिजली का उत्पादन होगा।
– सबसे बड़ा काम मेरा दिन सार्थक हो गया, अपने प्राणों की बाजी लगाकर नक्सलियों के क्षेत्र को खुशहाल बनाया है।

– नक्सली क्षेत्रों में जहां सड़क, बिजली, संचार के साधन मोबाइल नेटवर्क तक नहीं आते, ऐसे कठिन इलाके में नक्सलियों से ही नहीं बल्कि वन्य जीवों से भी मुकाबला करते हैं

– ड्यूटी देकर जो प्रमाण दिए हैं, आपके लिए हमें सदैव गर्व होगा।

– कानून व्यवस्थाओं के लिए जो काम करेगा सरकार उसके साथ खड़ी है। सैनिक अकेले नहीं हैं, सरकार उनके साथ है।

– आधुनिक टेक्नोलॉजी से रजिस्ट्री कराने के एक निश्चित प्रक्रिया के बाद अपने आप एक निश्चित प्रक्रिया से नामांतरण होकर राजस्व रिकॉर्ड में नाम चढ़ जाएगा।

 

– पूरा देश यशस्वी पीएम के शासन में गौरवान्वित महसूस कर रहा है।

– भारत ने दुनिया में पहचान पाई है।

– पीएम का नेतृत्व दुनिया भर में पूजा जा रहा है

– अब किसी की हिम्मत नहीं कि भारत की ओर आंख उठा ले।
– सैन्य बल की ताकत ही है कि अब आतंकवाद के दिन लद गए।

– रजिस्ट्री और भूमि आतंरण की प्रक्रिया आसान हुई है हमारे अमले ने इसे आसान बनाया इसके लिए प्रदेश वासियों को बधाई।
– आने वाले समय में अब अपने मकान का नक्शा पास करना है तो अब चक्कर खाने की जरूरत नहीं आप नक्शा नवीस के पास जाएं नक्शा जमा कराएं निर्धारित फीस दें।

– भविष्य में नगर निगम में नियमानुसार नक्शा जमा करने और संबंधित शुल्क जमा करने पर सीधे नक्शा पास होगा।
– हम मध्य प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करेंगे।

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