दरअसल, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान सामने आए वीडियो में मंच से सभा को संबोधित करते हुए कहते दिख रहे हैं कि ‘कांग्रेस जीती तो किसी के घर में एक भी ईंट नहीं लगेगी…’। उनके इस बयान पर एक तरफ जहां मध्य प्रदेश कांग्रेस वीडियो शेयर करते हुए पलटवार किया कि ‘डर और धमकी भरे शब्दों में पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र कार्तिकेय सिंह जनता से वोट मांग रहे हैं…।’ जबकि, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय के भाषण पर पलटवार करते हुए कहा कि, ‘आपको अपने पिता से सीख लेनी चाहिए…।’
कार्तिकेय चौहान का ये वीडियो हुआ वायरल
शिवराज सिंह चौहान के बेटे अपने भाषण में कहते सुनाई दिए कि ‘बुधनी विधानसभा में अगर कांग्रेस का प्रत्याशी जीत गया तो एक भी ईंट नहीं लगेगी। उन्होंने आगे कहा है कि, अगर 19-20 हो गया, गलती से भी… वैसे ऐसा होने तो नहीं वाला, लेकिन गलती से भी कांग्रेस का प्रत्याशी जीत गया तो हम मुख्यमंत्री जी को क्या मुंह दिखाएंगे। अपनी इज्जत हम क्यों खराब करें। किस मुंह से उनके पास अपना काम कराने जाएंगे। अगर 19-20 हो गया तो हम अपने नेताओं को क्या मुंह दिखाएंगे।’ यह भी पढ़ें- जावरा-उज्जैन हाइवे पर भीषण हादसा, पेट्रोल टैंकर और इनोवा के बीच जोरदार भिड़ंत, 4 की मौत, 3 गंभीर
कांग्रेस का पलटवार
कार्तिकेय सिंह के भाषण पर पलटवार करते हुए कांग्रेस ने डराने और धमकी देने का आरोप तो लगाया ही, साथ ही कुछ सवाल भी किए। कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट करते हुए पूछा- कार्तिकेय जी, क्या दो दशक भी कम पड़े, आपके पूज्य पिताजी को विकास के लिए, जो अब भी सड़क बनवानी बाकी है ? अब भी काम बाकी है ?’ पोस्ट में आगे लिखा गया कि, ‘जहां दशकों तक आपके पिताजी ने प्रदेश के मुखिया रहते हुए विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया हो, वहां उन्नीसा, बीसा का डर बता रहा है कि क्षेत्र में विकास के नाम पर केवल छलावा ही किया गया है! बुधनी का किसान और मतदाता अब और ठगाना नहीं चाहता है, वह इस बार हिसाब मांगने को तैयार है! और हां कोई भय या डर अब काम नहीं करने वाला!दिग्विजय ने दी नसीहत
वहीं, दूसरी तरफ दिग्गज नेता और पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने कार्तिकेय चौहान को नसीहत दे डाली है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘ कार्तिकये अभी से इस प्रकार का भाषण ना दो। अपने पिता शिवराज सिंह चौहान जी से सीखो। लोकतंत्र में सरकार और विपक्ष दोनों मिल कर भारत निर्माण में सहयोग करते हैं। 10 साल तक मैं मुख्य मंत्री रहा, लेकिन मैंने इस प्रकार की भाषा का कभी उपयोग नहीं किया, आपके पिता गवाह हैं। पंचायत राज कानून में निर्माण काम करने के ज़िम्मेदारी सरपंच की होती है, ना की विधायक की और आप तो अभी ना सरपंच हैं ना विधायक। आप मेरे पुत्र नहीं पौत्र समान हैं। ये मेरी राय है आप मानें ना मानें आप जानें। जय सिया राम।’ बता दें कि दिग्विजय ने अपने इस पोस्ट को भारतीय जनता पार्टी को टैग भी किया है। यह भी पढ़ें- Mahakal Bhasm Aarti Darshan : महाकाल भस्म आरती में अब आम भक्त भी करेंगे VIP दर्शन, बस इस वक्त पहुंचना होगा