लेकिन क्या सिर्फ़ कन्या पूजन करना ही काफ़ी है, क्या उन्हें सुरक्षा देने का दायित्व सरकार का नहीं है? आंकड़े ख़ुद स्थिति बया कर रहे हैं आपकी पूर्व की सरकार की बात करें या वर्तमान सरकार की बहन- बेटियां ही सबसे ज़्यादा असुरक्षित रही हैं। प्रदेश में प्रतिदिन मासूम बच्चियां दरिंदगी का शिकार हो रही हैं। उन्हें आज सुरक्षा की सबसे ज़्यादा आवश्यकता है। एक तरफ़ आपकी सरकार यह आदेश निकाल रही है। वहीं, दूसरी तरफ शहडोल में एक माह में 30 मासूम बच्चे मौत की आग़ोश में समा चुके हैं।
आपकी सरकार इस दिशा में गंभीर लापरवाह बनी हुई है। ऐसा लग रहा है कि स्थिति सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुकी है, मौत का आंकड़ा निरंतर बढ़ता जा रहा है। एक समीक्षा बैठक के बाद आप भी गायब हैं। जरा उन मासूमों को सुरक्षा व समुचित इलाज देने का अपना दायित्व भी निभाइये।
जारी हुआ है आदेश
मध्यप्रदेश में अब सभी शासकीय कार्यक्रम बेटियों की पूजा से आरंभ किए जाएंगे। राज्य शासन ने यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 15 अगस्त 2020 को की गयी घोषणा के संदर्भ में लिया है। शासन के समस्त विभागों एवं जिलों को उक्त निर्णय का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
मध्यप्रदेश में अब सभी शासकीय कार्यक्रम बेटियों की पूजा से आरंभ किए जाएंगे। राज्य शासन ने यह निर्णय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की 15 अगस्त 2020 को की गयी घोषणा के संदर्भ में लिया है। शासन के समस्त विभागों एवं जिलों को उक्त निर्णय का कड़ाई से पालन करने के निर्देश जारी किए गए हैं।