सोमवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के ट्वीट Kamal Nath Tweet ने राजनैतिक माहौल गरमा दिया। उन्होंने अपने एक्स हेंडल पर राज्य में कानून व्यवस्था की बदहाली की बात उठाई। कमलनाथ ने सीएम मोहन यादव की राज्य में निवेश लाने की कोशिश पर कमेंट करते हुए कहा कि प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर ध्यान देने की जरूरत है। इससे जनता के साथ निवेशकों का भी भरोसा बढ़ेगा और प्रदेश में तरक़्क़ी व ख़ुशहाली आएगी।
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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 बार-बार प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने का दावा कर रहे हैं। इससे पहले भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री भी 17 वर्ष तक इसी तरह के दावे करते रहे। इन दावों की हक़ीक़त प्रदेश की जनता के सामने है।
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 बार-बार प्रदेश में बड़े पैमाने पर निवेश आकर्षित करने का दावा कर रहे हैं। इससे पहले भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री भी 17 वर्ष तक इसी तरह के दावे करते रहे। इन दावों की हक़ीक़त प्रदेश की जनता के सामने है।
मुख्यमंत्री को सबसे पहले यह समझना होगा कि निवेश भरोसे से आता है। लेकिन प्रदेश में क़ानून व्यवस्था की जो हालत है, जिस तरह से महिलाएँ, दलित, आदिवासी अत्याचार का शिकार हैं, किसान परेशान है और नौजवान रोज़गार के लिए दर-दर भटक रहे हैं, वैसे हालात में भरोसा स्थापित नहीं हो सकता।
दूसरी तरफ़ प्रदेश में ‘पैसा दो काम लो’ का सिद्धांत भाजपा ने लागू कर रखा है। इन हालात में निवेश की घोषणा तो की जा सकती है लेकिन वास्तविक निवेश जोकि प्रदेश में रोज़गार को बढ़ाने वाला हो ,उसे लाना मुश्किल है।
इसलिए मुख्यमंत्री को मेरी सलाह है कि हेडलाइन मैनेजमेंट और इवेंटबाज़ी छोड़कर प्रदेश की क़ानून व्यवस्था पर ध्यान दें, जिससे जनता और निवेशक दोनों का भरोसा प्रदेश के ऊपर बने और प्रदेश में तरक़्क़ी और ख़ुशहाली आए।