कमलनाथ ने कहा कि मैं मीडिया की राजनीति से दूर रहता हूं। काम ऐसा करना चाहिए कि काम दिखे। लाखों आज किसान दिल्ली में बैठे हैं। ये वो किसान हैं जिनको ज्ञान हैं कि देश का हर किसान प्रतिनिधित्व है। जनसंघ की सोच निजीकरण की थी और नए कानून कृषि क्षेत्र का निजीकरण कर रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि सबसे ज्यादा गेंहू का पैदावार मध्यप्रदेश में होती है। उन्होंने कहा कि कांट्रेक्ट फॉर्मिंग अनुचित है।
एमएसपी से 18 लाख लोगों को फायदा
कमलनाथ ने कहा कि 20 फीसदी लोगों को एमएसपी मिलता है। एमएसपी से प्रदेश के 18 लाख परिवारों को फायदा होता है लेकिन केंद्र की नीयत में खोट है। उन्होंने कहा कि किसानों के समर्थन में 16 जनवरी को छिंदवाड़ा से किसान सम्मेलन की शुरुआत होगी। 20 को मुरैना, 23 को भोपाल में किसान सम्मेलन होगा।
मैं कहीं नहीं जा रहा हूं
कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूं। मुझसे बिना पैन, कैमरा के भी आप कभी भी मिल सकते हैं क्योंकि मैं मीडिया की राजनीति से दूर रहता हूं। मुझसे कभी भी कोई मिल सकता है। मैं कहीं नही जा रहा, यहीं रहूंगा, न मैं आराम करने जा रहा हूं।
कमलनाथ ने कहा कि मैं मध्यप्रदेश छोड़कर कहीं नहीं जा रहा हूं। मुझसे बिना पैन, कैमरा के भी आप कभी भी मिल सकते हैं क्योंकि मैं मीडिया की राजनीति से दूर रहता हूं। मुझसे कभी भी कोई मिल सकता है। मैं कहीं नही जा रहा, यहीं रहूंगा, न मैं आराम करने जा रहा हूं।