दरअसल, उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने शनिवार को ‘आपकी सरकार आपके द्वार’ में सरकारी तंत्र को कटघरे में खड़े कर दिया। इंदौर कलेक्टर लोकेश जाटव के सामने मंत्री ने कहा- आपके 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं, यह सच है। पटवारी राऊ विधानसभा के रंगवासा में कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। वहां कई लोगों ने मंत्री जीतू पटवारी से शिकायत कि जिसके बाद पटवारी ने राजस्व विभाग को कटघरे में खड़ा करते हुए रिश्वतखोर करार दिया।
मंत्री के बयान पर पटवारी संघ ने आपत्ति जताई जिसके बाद मंत्री जीतू पटवारी ने ट्वीट कर सफाई दी। उन्होने कहा- इंदौर के एक ब्लॉक के पटवारियों की शिकायतें मिल रही थी उसी के संदर्भ में मैंने बयान दिया था ना कि पूरे प्रदेश के पटवारियों के बारे में। मेरा भाव किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं था। हमारे प्रदेश में 99% कर्मचारी ईमानदारी से काम करते है कुछ नहीं करते हैं उससे विभाग पर सवाल खड़े होते हैं, जो ठीक बात नहीं है।
प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। जिसमें वह बोल रही हैं कि ट्रांसफर करने में पैसे लगते हैं। साथ ही वह यह भी बोल रही हैं कि सस्पेंड करने में नहीं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। क्योंकि ट्रांसफर-पोस्टिंग को लेकर सरकार अपनों के साथ-साथ विपक्षियों के निशाने पर रहती है। हालांकि ये वीडियो कहां कि ये पुष्टि नहीं हुई है। लेकिन वायरल वीडियो में दिख रहा है कि मंत्री अपने कार्यकर्ताओं के साथ कहीं भ्रमण पर निकली हैं। सड़क पर वहां पानी भी खूम जमा है। इसी बीच भीड़ से कोई कहता है कि मैडम कांग्रेस कार्यकर्ता खूब सपोर्ट कर रहे हैं।
इसी बीच मंत्री बोलती हैं कि जो मिल रहा है वो कह रहा है कि ट्रांसफर करवा दो, मैं बोलती हूं ट्रांसफर करवाने में पैसा लगे है। सस्पेंड करवाने में नहीं। मंत्री की बात सुन साथ चल रहे कार्यकर्ता भी खूब ठहाके लगाते हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। हालांकि अभी तक मंत्री की तरफ से इस पर कोई सफाई नहीं आई है।
मध्यप्रदेश में जब से कांग्रेस की सरकार बनी है, बीजेपी लगातार आरोप लगाती रही है कि प्रदेश में तबादला उद्योग चल रहा है। यहां तक कि लोकसभा चुनावों के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा था कि प्रदेश में ट्रांसफर उद्योग चल रहा है। यहां से पैसे दिल्ली पहुंच रहे हैं।