एमपीसीए के 19 पदों पर ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट की जीत हुई है। 14 पदों के लिए दो दिन पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए थे। पांच पदों पर बुधवार को वोटिंग के बाद जीत मिली है। 280 सदस्यों में से 221 ने मतदान किया।
सचिव पद पर सिंधिया समर्थक संजीव राव के खिलाफ अमिताभ विजयवर्गीय मैदान में थे। संजीव राव को जिताने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी। सिंधिया गुट ने कम से कम 70 वोटों से जीत का दावा किया था लेकिन जिस तरह से अमिताभ विजयवर्गीय को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले इससे साबित होता है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया गुट में फूट है।
वोटिंग के लिए लाइन लगी थी। सिंधिया ने लाइन में लगकर वोट डाला और फिर वोट डालने के बाद कांग्रेस विधायक के घर के लिए रवाना हो गए। इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिवावट को अकेले में ले जाकर करीब पांच मिनट तक चर्चा भी की। इसके बाद वो पूर्व विधायक अश्वनी जोशी के घर के लिए रवाना हो गए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट कर जीते हुए उम्मीदवारों को बधाई दी। सिंधिया ने लिखा- MPCA के सभी नव निर्वाचित पदाधिकारियों को मेरी बधाई। हम सब मिलकर प्रदेश में खिलाड़ियों और खेल की उन्नति के लिए सदैव तत्पर रहेंगे और संगठन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। सभी को मेरी शुभकामनाएं।
ताई ने किया था अमिताभ का समर्थन
सचिव पद पर मैदान में उतरे अमिताभ विजयवर्गीय को पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन का साथ मिल गया था। वह एमपीसीए में किसी पद पर या सदस्य नहीं है, लेकिन उन्होंने संगठन के कुछ सदस्यों को फोन पर अमिताभ की मदद करने को कहा था। उनका कहना था कि अमिताभ पूर्व क्रिकेटर हैं और संगठन को बेहतर तरीके से चला सकते हैं, इसलिए सभी को आपसी सहमति से बिना चुनाव कराए कार्यकारिणी का चयन करना चाहिए।