इस वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने राजनीति आने की वजह बता रहे हैं। इस वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया बता रहे हैं कि, मेरे पिताजी जो जनसेवा और राजनीति में पूर्ण रूप से व्यस्त थे। जो उनके साथ हादसा हुआ औऱ उसके बाद जो तकदीर ने मेरे लिए निर्णय लिया और मेरे मन में जो प्रेरणा थी उनके अपूर्ण कार्यों को मैं पूर्ण कर पाऊं और उसी जनसेवा के पथ पर चल पाऊं। मेरे लिए राजनीति लक्ष्य नहीं है मेरे लिए लक्ष्य जनसेवा है। राजनीति एक माध्यम है उस लक्ष्य की पूर्ति का।
इससे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया ने ज्योतिरादित्य सिंधिया का एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो के शेयर होने के बाद सियासी अटकलें तेज हो गईं थी और कहा गया था कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पार्टी से बगावत कर सकते हैं। महाआर्यमन सिंधिया ने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया का जो वीडियो शेयर किया था उसमें कैप्शन में लिखा था कि उसूलों पे जहां आंच आए टकराना जरूरी है, गर जिंदा हो फिर जिंद नजर आना जरूरी है। दरअसल, इस वीडियो में ज्योतिरादित्य सिंधिया एक शायरी बोल रहे थे, जो इस प्रकार है…आंधियों की जिद है जहां बिजलियां गिराने की, हमारी भी जिद है वहां आशियां बनाने की। उसूलों पे जहां आंच आए तो टकराना जरूरी है, गर जिंदा हो फिर जिंदा नजर आना जरूरी है।
पार्टी से नाराजगी की खबरों के बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मीडिया के सामने कहा था कि मैं राजनीति किसी पद या लालसा के लिए नहीं करता हूं। मेरे लिए राजनीति का मतलब जनसेवा है। बता दें कि इन दिनों मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश अध्यक्ष बनाने की मांग उठ रही है।
कई फेसबुक एकाउंट
जिस आईडी से ज्योतिरादित्य सिंधिया का वीडियो शेयर किया गया है वो महाआर्यमन का आधिकारिक पेज है या नहीं इसकी पुष्टि नहीं हुई है। क्योंकि ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया के नाम से फेसबुक में कई पेज हैं।