महाआर्यमन सिंधिया कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के इकलौती बेटे हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के एक बेटे और एक बेटी है। बेटे का नाम महाआर्यमन सिंधिया है औऱ बेटी का नाम अन्नया राजे सिंधिया है। महाआर्यमन सिंधिया, सिंधिया परिवार की चौथी पीढ़ी है जो सियासत में कदम रखने को तैयार है। महाआर्यमन सिंधिया अपने पिता ज्योतिरादित्य को बाबा महाराज और मां को अम्मा महारानी कहते हैं। महाआर्यमन सिंधिया का जन्म 17 नबंवर 1995 को हुआ है। महाआर्यमन सिंधिया ने अपनी शुरुआती पढ़ाई पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह दून स्कूल से की है। हाल ही में महाआर्यमन सिंधिया अमेरिका की येल यूनिवर्सिटी ( Yale University ) से ग्रेजुएट की पढ़ाई पूरी की है। महाआर्यमन सिंधिया अपने पिता के संसदीय क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं।
महाआर्यमन सिंधिया अपनी मां प्रियदर्शनी राजे सिंधिया के साथ अक्सर सार्वजानिक मंचों पर नजर आते हैं। वो कई बार मां के साथ सार्वजानिक मंचों से कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित कर चुके हैं।
महाआर्यमन सिंधिया 1874 में यूरोपियन शैली में बने महल जयविलास पैलेस में रहते हैं। बताया जाता है कि इस शाही महल में कुल 400 कमरे हैं और महल की छतों पर सोना लगा है। इसके 40 कमरों में अब म्यूजियम है। इस पैलेस में रायल दरबार हॉल है। यह हॉल 100 फीट लंबा, 50 फीट चौड़ा और 41 फीट ऊंचा है। महाआर्यमन सिंधिया जब ग्वालियर आते हैं तो यहीं रहते हैं।
ग्वालियर आने पर लोगों के बीच बिताते हैं वक्त
महाआर्यमन सिंधिया जब भी ग्वालियर आते हैं लोगों के बीच पहुंचते हैं। महाआर्यमन सिंधिया को ग्वालियर के लोग युवराज कहकर संबोधित करते हैं। महाआर्यन सिंधिया हमेशा बिना किसी लाव लश्कर के आम जनता से मिलते हैं और लोगों की समस्याएं भी सुनते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह की महाआर्यमन सिंधिया भी परिवारिक परंपराओं का निर्वहन करते हैं। वो लोगों से सादगी भरे अंदाज में मिलते हैं।
पिता के लिए करते हैं प्रचार
महाआर्यमन सिंधिया पिता के संसदीय क्षेत्र का दौरा करते थे। गुना-शिवपुरी में वो विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होते हैं। हालांकि बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया इस बार गुना-शिवुपरी संसदीय सीट से अपना चुनाव हार गए हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान पिता के चुनाव प्रचार अशोकनगर पहुंचे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आम आदमी की तरह सड़क पर चाट खाया। इस दौरान महाआर्यमन सिंधिया ने अपनी गाड़ी से उतरकर उतरकर खुद आलू टिकिया की चाट बनाई और साथ में मौजूद कांग्रेस कार्यकर्ताओं को भी खिलाई। इस दौरान ठेले पर खड़े होकर चाट खाता देख महाआर्यमन सिंधिया से मिलने वालों की भीड़ जमा हो गई थी और उन्होंने सभी से मुलाकात की थी। उन्होंने 350 रुपए चाट विक्रेता को दिए थे।
युवाओं से संवाद भी करते हैं
महाआर्यमन सिंधिया अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया की तरह युवाओं के संवाद भी करते हैं। गुना और बमोरी में कई कार्यक्रमों में उन्होंने युवाओं के साथ संवाद भी किया था। महाआर्यमन सिंधिया हाल ही में अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ पहली बार अरुण जेठली के निधन पर सार्वजिक रूप से नजर आए थे। महाआर्यमन वृद्धाश्रम पहुंचकर वृद्धजनों से भी चर्चा करते हैं।
महाआर्यमन सिंधिया ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए वोट मांगने के साथ-साथ उन्होंने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के लिए वोट मांग चुके हैं। पिता के लिए प्रचार करते हुए उन्होंने कहा था- मैं लोकतंत्र के पर्व में शामिल नहीं हो सका मुझे इसका दुख है और मुझे उम्मीद है कि आप सब लोग अपने भविष्य के लिए बेहतर फैसला करेंगे। बता दें कि पढ़ाई के कारण महाआर्यमन सिंधिया वोट डालने नहीं आ पाए थे।