प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को ज्योतिरादित्य सिंधिया का खास सिपहसलार माना जाता है। दिग्विजय और सिलावट के बीट आम तौर पर कोई मुलाकात नहीं होती है। ऐसे में दोनों नेताओं के बीच बैठक के सियासी मतलब तलाशे जा रहे हैं। अभी हाल ही में तुलसी सिलावट, ज्योतिरादित्य सिंधिया के इंदौर दौरे पर उनके साथ थे। जबकि गोविंद सिंह राजपूत और सिंधिया के बीच मनमुटाव की खबरें आईं थीं।
बता दें कि तीन दिन पहले तुलसी सिलावट ने दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह से भी मुलाकात की थी। दोनों के बीच इंदौर के रेसीडेंसी कोठी पर मुलाकात हुई थी। सिलावट ने इस दौरान जयवर्धन सिंह को उनके क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों के उद्घाटन का न्यौता दिया था। इस पर जयवर्धन ने कहा था कि आप खुद ही मंत्री हैं। इसके बाद सिलावट ने सियासी चाल खलते हुए कहा था कि इससे भविष्य की नई राहें खुलेंगी। बता दें कि इससे पहले भोपाल स्थिति समन्वय भवन में मध्यप्रदेश शिक्षक कांग्रेस के प्रांतीय सम्मेलन में भी सिलावट ने दिग्विजय सिंह के पैर छूकर आशीर्वाद लिया था।
भिंड के गोहद से कांग्रेस विधायक रणवीर जाटव और मुरैना के अंबाह से विधायक कमलेश जाटव ने सिंधिया खेमा के मंत्री तुलसी सिलावट पर तबादलों में लेन देन का आरोप लगाया था। रणवीर जाटव ने कहा था- आठ महीनों में कई छोटे कर्मचारियों के ट्रांसफर का आग्रह किया, लेकिन उन्होंने कर्मचारी को भोपाल भेजने के लिए कह दिया। जब कर्मचारी भोपाल पहुंचा तो उन्होंने कर्मचारी को अपने बेटे से इंदौर में मिलने को कहा और तुलसी सिलावट का बेटा हर ट्रांसफर के लिए पैसे मांगता है।
सिलावट पर आरोप के पीछे एक मंत्री की साजिश बताया जा रहा है। अब बात सामने आ रही है कि सिंधिया गुट के ही एक कद्दावर मंत्री तुलसी सिलावट के खिलाफ ये साजिश रची थी। वह मंत्री तुलसी के बढ़ते कद और सिंधिया के साथ बढ़ रही नजदीकियों से परेशान थे। ऐसे में उन्होंने अपने ग्वालियर दौरे के दौरान दोनों कांग्रेस विधायकों से मुलाकात की। इसके बाद कांग्रेस के एक नेता के साथ मिलकर ग्वालियर से सटे एक जिले के होटल में पूरी प्लानिंग की। उसके बाद दोनों विधायकों ने तुलसी सिलावट पर आरोप लगाए।
वहीं, खबरें आ रही हैं कि दिग्विजय सिंह और मुख्यमंत्री कमलनाथ के बाद 10 तारीख को ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। कहा जा रहा है कि दिग्विजय और कमलनाथ से मुलाकात के बाद अब सोनिया गांधी, जोयितारदित्य सिंधिया से मिलतकर प्रदेश में चल राजनीतिक घटनाक्रम की जानकारी लेंगी इसके साथ ही प्रदेश अध्यक्ष को लेकर भी चर्चाएं की जाएंगी।