भोपाल

लोकसभा चुनाव में ‘फेल’ ज्योतिरादित्य सिंधिया का होने वाला है एक और ‘इम्तिहान’

लोकसभा चुनाव में नाकाम रहे कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने एक और मौका है। जिसके जरिए वे फिर अपनी अहमियत को साबित कर सकते हैं।

भोपालJun 19, 2019 / 06:28 pm

Muneshwar Kumar

लोकसभा चुनाव में ‘फेल’ ज्योतिरादित्य सिंधिया का होने वाला है एक और ‘इम्तिहान’

भोपाल. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी यूपी का कमान मिला था। लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस को इस क्षेत्र से एक भी सीट नहीं दिला पाए। यही नहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया मध्यप्रदेश के गुना में खुद अपनी सीट हार गएं। लोकसभा चुनावों में फेल सिंधिया का एक बार फिर इम्तिहान होना है।
 

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खूब मेहनत की थी। सिंधिया को उम्मीद थी कि उन्हें सीएम पद की कुर्सी मिलेगी। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, ज्योतिरादित्य सिंधिया की जगह कमलनाथ को मध्यप्रदेश में सीएम पद की कुर्सी सौंपी गईं। सिंधिया को लोकसभा चुनावों से पूर्व पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें मध्य प्रदेश की राजनीति से दूर कर दिया।
इसे भी पढ़ें: पहली बैठक में सिंधिया को हराने वाले नवनिर्वाचित सांसद यादव ने दी चेतावनी, अधिकारियों में खलबली

 

गुना भी हार गए
मध्यप्रदेश की राजनीति से दूर रहे सिंधिया ने पश्चिमी यूपी में भी पार्टी को कोई खास कामयाबी नहीं दिला पाए। कांग्रेस पार्टी इस इलाके में एक भी सीट नहीं जीत पाई। और तो और मध्यप्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ते रहे हैं। पहली बार ऐसा हुआ कि वे खुद चुनाव हार गएं।
इसे भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने फूट-फूट कर रोईं महिलाएं, बाहर मंत्री देते रहे पहरा!

jyotiraditya scindia
 

अब दूसरा इम्तिहान
ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से फ्लॉप हुए हैं। खुद को साबित करने के लिए उनके पास एक और मौका है। अब उनका नया इम्तिहान होने वाला है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चार विधानसभा सीटों पर उप चुनाव होने हैं। इन सीटों के विधायक इस बार सांसद बन गए हैं, उसके बाद ये सीटें खाली हुई हैं। रामपुर से सपा के आजम खान, इगलास से बीजेपी के राजबीर सिंह दलेर, गंगोह से बीजेपी के प्रदीप चौधरी और टुंडला से बीजेपी के एसपी सिंह बघेल सांसद बने हैं। ये सभी सीटें सिंधिया के प्रभार वाले इलाके में हैं।
jyotiraditya scindia
 

ऐसे में खुद को साबित करने के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास बेहतर मौका है। क्योंकि सिंधिया के प्रभार वाले इलाके में छह सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होने हैं। इनमें से पांच सीटों पर बीजेपी और एक पर सपा काबिज थी। इनमें से किसी सीट पर कांग्रेस का कोई उम्मीदवार चुनाव नहीं जीता है। अगर सिंधिया इन सीटों पर होने वाले उपचुनाव में कांग्रेस को सफलता दिलाते हैं तो खुद को पार्टी के अंदर फिर से साबित कर सकते हैं।
 

प्रदेश अध्यक्ष बनाने की चर्चा
गुना संसदीय क्षेत्र से हार के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक यह लगातार मांग कर रहे थे कि उन्हें मध्यप्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाए। हालांकि इस पर फैसला केंद्रीय नेतृत्व को लेना है। अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं हो पाया है। मध्यप्रदेश कांग्रेस पद के अध्यक्ष की जिम्मेवारी अभी भी सीएम कमलनाथ के पास ही हैं।
इसे भी पढ़ें: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के लिए जमकर उठापटक, दो मंत्रियों पर कमल नाथ और सिंधिया में असमंजस

jyotiraditya scindia
 

सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी कांग्रेस
उपचुनाव में कांग्रेस ने फैसला कर लिया है कि यूपी के सभी सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। ऐसे में सपा और बसपा भी इस बार अलग चुनाव लड़ने वाली है। जाहिर है ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास एक बार फिर से एक बेहतर मौका है कि वह अपने कुशल नेतृत्व का यहां परिचय दें।

Hindi News / Bhopal / लोकसभा चुनाव में ‘फेल’ ज्योतिरादित्य सिंधिया का होने वाला है एक और ‘इम्तिहान’

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.