(प्रतीकात्मक फोटो) जबलपुर। यदि सबकुछ ठीक रहा तो जिले में पैदा होने वाला गेहूं अपनी अंतरराष्ट्रीय आटा के रूप में पहचान बना लेगा। दरअसल देश की नामी कंपनी आईटीसी ने जबलपुर में फ्लोर मिल स्थापित करने की योजना बनाई है। कंपनी ने जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र से भूमि उपलब्ध कराने की बात कही है। केंद्र द्वारा मनेरी में जगह सुझाई गई है। जल्द ही कंपनी के प्रतिनिधि इस सम्बंध में प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाएंगे। जिले और आसपास बड़ी तादाद में गेहूं की अच्छी पैदावार है। पाटन, खुरई, गोटेगांव और नरसिंहपुर में इस फसल का अच्छा रकबा है। इसलिए यहां आटा निर्माता कंपनियां आ रही हैं। क्योंकि उन्हें कच्चा माल आसानी से मिल सकता है। 26 एकड़ की जरूरत बताया जाता है कि कंपनी ने जिले में 26 एकड़ से ज्यादा जमीन मांगी है। अभी रिछाई और अधारताल में इतनी जमीन नहीं है। इस कारण जिला उद्योग केंद्र ने मनेरी का प्रस्ताव दिया है। मनेरी में लगभग 30 करोड़ रुपए की लागत से विकास कार्य भी कराए जा रहे हैं। उद्योग विभाग नई सड़कों का निर्माण भी करवा रहा है। बिजली व्यवस्था को भी दुरुस्त किया जा रहा है। अभी है यह कंपनियां अभी जिले में निजी क्षेत्र में बड़ी कंपनियों के रूप में पारले, कोकाकोला, सेबको स्थापित हैं। हालांकि आईटीसी के बराबर इनका क्षेत्रफल नहीं है। पहले से चल रहीं मिल अभी रिछाई औद्योगिक क्षेत्र में तीन फ्लोर मिल संचालित हैं। अधारताल में भी दो फ्लोर मिल हैं। आईटीसी के आने से प्रतिस्पर्धा के साथ दूसरी कंपनियों भी आ सकती हैं। प्रस्ताव दिया है आईटीसी ने जिले में फ्लोर मिल का प्रस्ताव दिया है। कंपनी ने 25 एकड़ औद्योगिक भूमि की जरूरत बताई है। मनेरी में पर्याप्त भूमि होने की जानकारी दी गई है। एसएन पाठक, महाप्रबंधक, जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र