आईटी पार्क में विकास कार्य की जिम्मेदारी हाउसिंग बोर्ड को सौंपी गई है। बोर्ड ने भवन निर्माण के साथ अन्य विकास कार्य करा दिए हैं। यहां पर कुल 105 प्लॉट निकले हैं। इसलिए यहां पर 80 से 90 आईटी कंपनियां आने की संभावना है। कुछ बहुराष्ट्रीय कंपनियां 10 से 15 एकड़ तक जमीन मांग रही हैं। विकास कार्य पूरा होने के लिए दिसंबर 2017 की डेडलाइन तय की गई है।
आईटी पार्क में बनेगें एलईडी बल्ब
आईटी पार्क में ग्रीन सर्फर कंपनी सबसे पहले प्लॉट बुक कर उत्पादन शुरू करने वाली कंपनियों में शामिल हैं। इसके बने एलईडी बल्ब ही ऊर्जा विकास निगम द्वारा द्वारा सस्ती दरों पर पूरे प्रदेश में बंटवाए गए हैं। अन्य राज्यों को भी यहां से एलईडी बल्बों की सप्लाई हो रही है। इसके साथ सोलर प्लांट का काम भी जल्द शुरू होने वाला है। स्मार्ट चिप और एमपी ऑनलाइन ने भी यहां काम शुरू कर दिया है।
आईटी पार्क में ग्रीन सर्फर कंपनी सबसे पहले प्लॉट बुक कर उत्पादन शुरू करने वाली कंपनियों में शामिल हैं। इसके बने एलईडी बल्ब ही ऊर्जा विकास निगम द्वारा द्वारा सस्ती दरों पर पूरे प्रदेश में बंटवाए गए हैं। अन्य राज्यों को भी यहां से एलईडी बल्बों की सप्लाई हो रही है। इसके साथ सोलर प्लांट का काम भी जल्द शुरू होने वाला है। स्मार्ट चिप और एमपी ऑनलाइन ने भी यहां काम शुरू कर दिया है।
अफ्रीकी कंपनी ने मांगी 15 एकड़ जमीन
पार्क में अफ्रीका की डाउसन कंपनी ने 15 एकड़ जमीन की मांग की है। यह कंपनी सोलर प्लांट बनाती है। अमरीका की एक कंपनी यूएस टेक्नोलॉजी यहां आ चुकी है। इसके साथ यहां पर आरएफ नेटवर्क, स्प्रिंट एनवायरमेंट टेक्नोलोजी, हेवल्स, आदर्श सॉफ्टवेयर, नेट लीजेन्ट, ट्राइटोन, केप्री इलेक्ट्रॉनिक्स, एचएलबीएस कंप्यूटर, सी-नेट जैसी कंपनियां भी प्लॉट ले चुकी हैं।
पार्क में अफ्रीका की डाउसन कंपनी ने 15 एकड़ जमीन की मांग की है। यह कंपनी सोलर प्लांट बनाती है। अमरीका की एक कंपनी यूएस टेक्नोलॉजी यहां आ चुकी है। इसके साथ यहां पर आरएफ नेटवर्क, स्प्रिंट एनवायरमेंट टेक्नोलोजी, हेवल्स, आदर्श सॉफ्टवेयर, नेट लीजेन्ट, ट्राइटोन, केप्री इलेक्ट्रॉनिक्स, एचएलबीएस कंप्यूटर, सी-नेट जैसी कंपनियां भी प्लॉट ले चुकी हैं।
इनका कहना है-
आईटी पार्क में विकास कार्य लगभग पूरा हो चुका है। छोटे-छोटे काम दिसंबर 2017 तक पूरे हो जाएंगे। अभी तक 35 कंपनियां यहां आ चुकी हैं। कुछ कंपनियों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है। यहां पांच साल में 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रवीण दीक्षित, प्रोजेक्ट इंजीनियर मप्र राज्य इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन
आईटी पार्क में विकास कार्य लगभग पूरा हो चुका है। छोटे-छोटे काम दिसंबर 2017 तक पूरे हो जाएंगे। अभी तक 35 कंपनियां यहां आ चुकी हैं। कुछ कंपनियों ने उत्पादन भी शुरू कर दिया है। यहां पांच साल में 50 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा।
प्रवीण दीक्षित, प्रोजेक्ट इंजीनियर मप्र राज्य इलेक्ट्रॉनिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन