तीन दशकों से चल रही नाम बदलने की मांग अब पूरी हो गई। केंद्र सरकार की हरी झंडी मिलते ही राज्य सरकार ने भी बुधवार को नोटिफिकेशन जारी कर दिया। अब भोपाल के इस्लामनगर का नाम वापस जगदीशपुर हो गया। अब फंदा जनपद स्थित ग्राम पंचायत इस्लाम नगर अपने पुराने नाम जगदीशपुर के नाम से जानी जाएगी।
तीन दशक पुरानी मांग पूरी
इस गांव का नाम जगदीशपुर करने की मांग पिछले तीन दशकों से चल रही थी। 17 साल पहले यहां की पंचायत ने सरकार को पत्र लिखकर जगदीशपुर नाम करने को लेकर अनापत्ति व्यक्त की थी। पिछले साल भी मुद्दा गर्माया था। हुजूर विधायक से लेकर भाजपा की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने मांग दोहराई थी।
जश्न में शामिल होंगे मुख्यमंत्री
नाम बदलने की अधिसूचना जारी होने के बाद बड़े आयोजन की तैयारी की जा रही है। बैरसिया विधायक विष्णु खत्री, भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर, हुजूर विधायक समेत पुरातत्व विभाग के कई अधिकारी भी इसमें शामिल होंगे।
डरावना है इतिहास
जगदीशपुर के इस्लामनगर बनने का इतिहास काफी डरावना था। दोस्त मोहम्मद खान ने हिन्दू राजा को रात्रिभोज पर बुलाया और हत्या करके इस्लामनगर बना दिया था। 1715 में जगदीशपुर के राजा देवरा चौहान थे। उनका नाम काफी होने लगा था। जब बात भोपाल के नवाब दोस्त मोहम्मद खान तक पहुंची तो दोस्ती का षडयंत्र रचा और राजा के साथ मित्रता का हाथ बढ़ा दिया। बेस नदी के किनारे उन्हें भोज का निमंत्रण दिया गया। राजा भोज में गए। दोनों तरफ के लोग बेस नदी पर जमा हुए। भोजन शुरु ही हुआ था कि दोस्त मोहम्मद खान पान खाने का बहाना करके वहां से चल दिया। तभी अचानक टेंट में भोजन कर रहे मेहमान उस समय हैरान रह गए, जब टेंट काटकर उन कुछ लोगों ने हमला कर दिया और सभी का गला रेत दिया। खाना खा रहे सभी लोग मारे गए। इसके बाद जगदीशपुर पर कब्जा कर इसका नाम इस्लाम नगर कर दिया गया था।