कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के मामले की जांच अब एनआइए करेगी।
प्रदेश से पकड़े गए एचयूटी के सदस्यों के तार अन्य राज्यों से जुड़े होने के साथ उनके अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन का भी पता चला है।
मध्यप्रदेश शांति का टापू है और कोई भी व्यक्ति या संस्था अशांति फैलाने की कोशिश करेगी तो उसको कुचल दिया जाएगा।
ये है मामला
दरअसल मध्य प्रदेश में पिछले दिनों यानि 9 मई को भोपाल से 10, छिंदवाडा से 1 और हैद्राबाद से 5 कट्टरपंथी इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े सदस्यों की गिरफ्तारी हुई थी। जिसके बाद प्रदेश में इसे लेकर बवाल मच गया, ऐसे में लगातार दो बार इन्हें न्यायिक हिरासत में देने के पश्चात एक बार फिर कोर्ट द्वारा 10 संदिग्धों को 2 जून तक के लिए रिमांड पर भेज दिया गया है।
रिमांड के दौरान इन संदिग्ध आतंकियों की ओर से कई बडे खुलासे किए गए, जिनमें ये बात समाने आई कि 16 आतंकियों में से 8 आतंकी तो कन्वर्टेड मुस्लिम थे। वहीं ये जानकारी भी समाने आई की भोपाल से पकडे गए ये संदिग्ध आतंकी लोगों को कन्वर्ट करने का काम करते थे, साथ ही गलत जानकारी देकर लोगों को भडकाते भी थे।
इसके अलावा अपनी पहचान छुपाने के लिए ये कहीं मजदूर तो कहीं जिम ट्रेनर या शिक्षक के रूप में भी काम करते थे। गिरफ्तार संदिग्ध आतंकवादियों में कोई इंजीनियर है तो कोई श्रमिक भी रहा है। ऐशबाग निवासी दानिश अली इसका बड़ा उदाहरण है, जो पेशेवर सॉफ्टवेयर इंजीनियर है, जबकि दूसरा गिरफ्तार संदिग्ध अब्दुल करीम असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट पर काम कर रहा था।
खास बात ये भी है कि कोर्ट में एटीएस ने कहा कि आरोपियों में से कुछ ने इस बात को कबूला है कि उनके इस संगठन का ताल्लुक प्रतिबंधित और भारत विरोधी घटनाओं को अंजाम देने के लिए बदनाम चरमपंथी संगठन सिमी से है। फिलहाल एटीएस को जबसे इस संबंध में पता चला है कि यह गैंग सिमी के भी संपर्क में था, तब से उसने अपनी जांच को और भी ज्यादा गहराई से शुरू कर दिया है, क्योंकि इससे एक पंथ दो काज हो जाएंगे। यह गैंग हाथ आ ही चुका है, अब इन्हीं संदिग्धों के सहारे एटीएस की टीमें सिमी के छिपे हुए गुर्गों के अड्डों तक भी पहुंचने की कामयाब कोशिश करने में जुटी हैं।
ये भी जानें कुछ खासरू सौरभ से बन गया सलीम
पूछताछ के दौरान जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार एचयूटी के सदस्य मोहम्मद सलीम उज्जैन के महिदपुर गया था और वहां उसने सिमी के सदस्य साजिद नागौर से मुलाकात की थी। ज्ञात हो कि मोहम्मद सलीम को हैदराबाद से पकड़ा गया था जो कि भोपाल के बैरसिया का रहने वाला है। उसका असली नाम सौरभ है। उसने जाकिर हुसैन के भाषणों से प्रेरित होकर इस्लाम अपना लिया था, जिसका खुलासा खुद उसके पिता ने किया था।
सदस्यों की पहचान
एमपी से पकड़े गए एचयूटी के अन्य सदस्यों की पहचान यासिर खान, मेहराज अली, सैय्यद सामी रिजवी, खालिद हुसैन, शाहरुख, वसीम खान, मिस्वाह उल हक, मोहम्मद आलम, शाहिद, दानिश अली और अब्दुल करीब के रूप में हुई है, इनकी उम्र 25 से 40 के बीच है।