वाणिज्यिक कर मंत्री राठौर ने कहा कि साहित्यकार समाज का दर्पण होते हैं। वे समाज को साहित्य के माध्यम से सही रास्ता दिखाते हैं। हमारा दायित्व है कि हम उनका सम्मान करें। यह बात दोनों मंत्रियों ने शनिवार को मिंटोहाल में आयोजित एक कार्यक्रम में कही।
इस दौरान दोनों मंत्रियों ने अप्रवासी भारतीय साहित्यकारों को शॉल, श्रीफल और स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। सम्मान समारोह में चिंतक रघु ठाकुर, अटल बिहारी वाजपेयी हिन्दी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रामदेव भारद्वाज, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रंथ अकादमी के संचालक प्रो. रामराजेश मिश्र एवं रबीन्द्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के चांसलर संतोष चौबे शामिल हुए।
समारोह में अप्रवासी भारतीय साहित्यकार तेजेन्द्र शर्मा, इंग्लैण्ड, सुश्री रेखा मैत्र, अमेरिका, सुश्री दिव्या माथुर, इंग्लैण्ड, प्रो. पुष्पिता अवस्थी, नीदरलैण्ड, डॉ. रामा तक्षक, नीदरलैण्ड, अशोक सिंह, अमेरिका, डॉ. भावना कुंवर, ऑस्ट्रेलिया, ललित मोहन जोशी, इंग्लैण्ड, अनूप भार्गव, न्यूजर्सी, संजय अग्निहोत्री क्षितिजच्, ऑस्ट्रेलिया, उमेश तांबी, अमेरिका,
सुश्री रेखा राजवंशी, ऑस्ट्रेलिया, सुश्री उषा राजे सक्सेना, इंग्लैण्ड, डॉ. कविता वाचक्नवी, अमेरिका, डॉ. संध्या सिंह, सिंगापुर, श्रीमती जय वर्मा, ब्रिटेन, अनिल शर्मा, भारत, डॉ सुषम बेदी, अमेरिका, सुश्री अर्चना पैन्यूली, डेनमार्क, डॉ. वंदना मुकेश, इंग्लैण्ड, रमेश जोशी, अमेरिका, धर्मपाल महेन्द्र जैन, कनाडा, रमेश दवे, भारत, डॉ. कमल किशोर गोयनका, भारत, नासिरा शर्मा, भारत, वैभव सिंह, भारत और आत्माराम शर्मा, भारत को सम्मानित किया गया।