देश का यह सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट देवास में नेमावर के पास बनाया जाएगा. खास बात यह है कि एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इसके लिए तकनीकी स्वीकृति दे दी है. इस स्वीकृति के बाद एयरपोर्ट का बनना लगभग तय है. एयरपोर्ट निर्माण के लिए जल्द ही 6 हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा. अथारिटी की तकनीकी स्वीकृति मिलने के बाद प्रस्ताव प्रदेश के मुख्य सचिव के पास भेज दिया गया है.
देवास का यह एयरपोर्ट यात्री विमान सेवाओं के साथ ही कार्गो और लॉजिस्टिक हब के लिए भी इस्तेमाल किया जाएगा. प्रदेश के दो प्रमुख शहरों इंदौर और भोपाल के बीच होने, जमीन उपलब्ध होने और मौसम की अनुकूलता के कारण इस स्थान का चुनाव किया गया है.
इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने इंदौर के पास कई पैमानों पर जमीन को परखा. इसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया गया. केंद्रीय मंत्री ने मार्च 2022 में इसके लिए स्वीकृति दी थी. इसके बाद मप्र इंडस्ट्री डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने शासन को इस संबंध में प्रस्ताव भेजा था. अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने इस एयरपोर्ट के निर्माण के लिए तकनीकी स्वीकृति दे दी है. माना जा रहा है कि अगले साल यानि 2023 में जनवरी इस प्रोजेक्ट का भूमिपूजन किया जा सकता है.
प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बताया जा रहा है कि इसके लिए करीब 25 हजार एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. यह वर्तमान में देश के सबसे बड़े जेवर एयरपोर्ट से भी ज्यादा है. अधिग्रहित की जानेवाली जमीन में से करीब 6 हजार एकड़ पर एयरपोर्ट प्रस्तावित है.