अभी की स्थिति में आप एसबीआई के एटीएम से एक दिन में 40 हजार रुपए तक निकाल सकते हैं। जो चंद दिनों बाद से यानि 30 अक्टूबर से बंद हो जाएगा।
भले ही अधिक निकासी करने वालों के लिए भी एसबीआई द्वारा व्यवस्था की गई है, लेकिन इसके बावजूद सूचना के सामने आते ही मध्यप्रदेश सहित प्रदेश के विभिन्न जिलों के लोग टेंशन में आ गए हैं।
कई बार हमें अधिक पैसे की आवश्यकता हो सकती है। जैसे हॉस्पिटल में या कहीं किन्हीं कारणोंवश ऐसे में यदि हम अपना ही पैसा नहीं निकाल पाएंगे। तो एटीएम का फायदा क्या है।
– राजेंद्र शर्मा, व्यवसायी
एक दिन में 20 हजार ये तो गलत बात है, हमें कई बार ज्यादा कैश की भी जरूरत होती है, व्यवसाय के लिए। ऐसे में ये लिमिट तो हमें परेशान करके रख देगी। वहीं जहां तक नए कार्ड की बात है तो उसमें मिनिमम बैलेंस की बाध्यता है, जो हमारे लिए परेशानी का विषय है।
– अजय शुक्ला, दुकानदार
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ये लिमिट किस लिए पैसा हमारा है। हमने कमाया है खर्चा भी हम ही करेंगे। उसमें ऐसे रोक का अर्थ संदेह ही पैदा करता है। ये बाध्याता गलत है, हमारी जरूरतें हम ही डील करते हैं, कोई बैंक नहीं। ये अनुचित है। जरूरत पड़ी तो हम दूसरे बैंक में एकाउंट खोलेंगे।
– प्रवीण यादव, निजी कंपनी में कार्यरत
दरअसल नियमों में आए परिवर्तन के चलते आप 30 अक्टूबर तक ही 40 हजार रुपए निकाल पाएंगे, इसके बाद नियमों में परिवर्तन के चलते आप ऐसा करने में सक्षम नहीं रहेंगे। जानकारी के अनुसार एसबीआई की तरफ से इस बारे में अपनी सभी शाखाओं को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
एसबीआई ने कहा है कि जिन ग्राहकों को एक दिन में 20 हजार से अधिक की निकासी एटीएम से करनी हो वे ऊंचे वेरिएंट वाला डेबिट कार्ड ले सकते हैं।
देशभर की ब्रांच में एसबीआई की तरफ से भेजे गए निर्देश में कहा गया है, ‘बैंकों को एटीएम ट्रांजेक्शन में होने वाली धोखाधड़ी की मिलने वाली शिकायतों को देखते हुए डिजिटल-कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के मकसद से नगदी निकासी की सीमा को घटाने का निर्णय लिया गया है। क्लासिक और मेस्ट्रो प्लेटफॉर्म पर जारी किए डेबिट कार्ड से भी निकासी सीमा को घटाया गया है।
देखा गया है कि पिछले कुछ सालों में एटीएम मशीन के आसपास कैमरे लगाकर ग्राहकों का पिन चुराकर फ्रॉड करने वाले कार्ड का क्लोन तैयार कर लेते हैं।